इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 के 19वें सीजन की तैयारियों को लेकर लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) ने एक बड़ा कदम उठाया है। फ्रेंचाइज़ी ने टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण को अपनी टीम का नया बॉलिंग कोच नियुक्त करने की आधिकारिक घोषणा कर दी है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 की तैयारियों में जुटी लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) फ्रेंचाइज़ी ने एक बड़ा कदम उठाते हुए टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण को अपने कोचिंग स्टाफ में शामिल किया है। भरत अरुण को टीम का नया तेज गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि LSG आगामी सीजन में अपनी गेंदबाजी को एक नई दिशा देने की तैयारी में है।
भरत अरुण इससे पहले कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के साथ चार साल तक जुड़े रहे, जहां उन्होंने बतौर गेंदबाजी सलाहकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब उन्होंने 29 जुलाई 2025 को KKR से अपना अनुबंध समाप्त कर दिया है और लखनऊ फ्रेंचाइज़ी से हाथ मिला लिया है।
कोचिंग स्टाफ में बड़ा बदलाव
लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम ने IPL 2026 के लिए अपने कोचिंग स्टाफ को और मज़बूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। टीम में पहले से ही ज़हीर खान मेंटर के तौर पर, जस्टिन लैंगर मुख्य कोच और लांस क्लूजनर सहायक कोच की भूमिका में हैं। अब भरत अरुण जैसे अनुभवी गेंदबाजी कोच के जुड़ने से LSG की गेंदबाजी इकाई को नया आकार मिलने की उम्मीद की जा रही है।
टीम की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया, भरत अरुण के जुड़ने से हमारी तेज गेंदबाजी इकाई को मजबूती मिलेगी। उनकी रणनीतिक सोच और अनुभव से हमारी टीम को फायदा मिलेगा और खिलाड़ी तकनीकी और मानसिक रूप से और मज़बूत बनेंगे।
भरत अरुण की प्रतिक्रिया
लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ अपनी नई पारी को लेकर भरत अरुण ने उत्साह जाहिर करते हुए कहा, मैं LSG के साथ जुड़कर बेहद खुश हूं। टीम के पास आकाशदीप, आवेश खान और मयंक यादव जैसे युवा और प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज हैं। मेरा प्रयास रहेगा कि एक ऐसी बॉलिंग यूनिट तैयार की जाए जो किसी भी परिस्थिति में विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव बना सके।
उन्होंने आगे कहा कि फ्रेंचाइज़ी का विजन, पेशेवर माहौल और खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रतिबद्धता उन्हें इस भूमिका के लिए आकर्षित करने में महत्वपूर्ण रही। IPL 2025 का सीजन लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए कुछ खास नहीं रहा था। टीम ने 14 में से केवल 6 मैच ही जीत पाए थे और पॉइंट्स टेबल में सातवें स्थान पर रहते हुए टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। टीम की कप्तानी ऋषभ पंत ने संभाली थी, लेकिन चोट और निरंतरता की कमी के कारण टीम को संघर्ष करना पड़ा।