भरतपुर में रबी फसल के लिए खाद की भारी कमी से किसान परेशान हैं। सहकारी समिति के बाहर लंबी-लंबी लाइनों में किसान खड़े हैं, पुलिस पर धांधली और पक्षपात का आरोप लग रहा है।
भरतपुर: राजस्थान के भरतपुर जिले में रबी फसल की बुवाई से पहले किसानों को खाद की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। जिले के किसानों का कहना है कि खाद की किल्लत ने उनकी चिंता बढ़ा दी है और वे अब अपनी फसल की समय पर बुवाई को लेकर तनाव में हैं।
खाद लेने को लिए घंटो तक इंतजार
भरतपुर जिले की सहकारी समितियों के बाहर किसान सुबह से ही खाद लेने के लिए लंबी-लंबी लाइनों में खड़े रहते हैं। लेकिन कई बार घंटों इंतजार करने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पाती। किसानों का कहना है कि उन्हें लगता है कि किसी तरह से समय रहते खाद मिल जाए, लेकिन अक्सर यह उम्मीद अधूरी रह जाती है।
स्थानीय किसान जगदीश सिंह ने बताया, “सुबह से लाइन में खड़े हैं, धूप और गर्मी में घंटों इंतजार किया, लेकिन खाद नहीं मिली। हमारी फसल की बुवाई समय पर हो, यह हमारी चिंता है।”
बुजुर्ग किसान और महिलाओं को परेशानी
भारी भीड़ और लंबी लाइन के कारण कई बार झड़प और भगदड़ की भी घटनाएं सामने आती हैं। कुछ दिनों पहले लाइन में खड़े एक बुजुर्ग किसान को बेहोश होने की सूचना मिली थी। इसके अलावा महिलाएं भी सुबह से ही खाद लेने के लिए आती हैं, लेकिन उन्हें भी कई बार निराश होकर लौटना पड़ता है।
एक बुजुर्ग महिला ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, “हम सुबह से लाइन में खड़े हैं, लेकिन खाद नहीं मिल रही। इस बार तो स्थिति और खराब हो गई है।”
पुलिस तैनाती से खाद वितरण में गड़बड़ी
कृषि विभाग और प्रशासन ने खाद वितरण केंद्र पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया है। हालांकि, किसानों का आरोप है कि पुलिस कर्मियों की मौजूदगी से व्यवस्था और बिगड़ गई है। उनका कहना है कि कुछ पुलिसकर्मी अपने परिचितों को प्राथमिकता दे रहे हैं और इससे सामान्य किसानों को खाद नहीं मिल पा रही।
किसान रामलाल ने कहा, “जब से पुलिसकर्मी लगाए गए हैं, तब से व्यवस्था और गड़बड़ हो गई है। हमें घंटों इंतजार करना पड़ रहा है और फिर भी हमें खाद नहीं मिल रही।”
भरतपुर में खाद की कमी से किसानों की चिंता
भरतपुर के किसान बताते हैं कि खाद की किल्लत हर साल बुवाई के समय होती है। लेकिन इस बार स्थिति पहले से भी ज्यादा तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही खाद की आपूर्ति बढ़ाई जाएगी, लेकिन किसानों का कहना है कि उन्हें समय पर खाद नहीं मिलने से रबी फसल की बुवाई प्रभावित हो सकती है।
किसानों की चिंता यह भी है कि खाद नहीं मिलने पर उन्हें महंगी दामों पर बाजार से खरीदना पड़ सकता है, जो उनकी आर्थिक स्थिति पर भारी पड़ सकता है।