Columbus

Bihar: बिहार की राजनीति में हलचल तेज, चुनाव से पहले भाजपा को झटका, प्रवक्ता ने थामा लालू का दामन

Bihar: बिहार की राजनीति में हलचल तेज, चुनाव से पहले भाजपा को झटका, प्रवक्ता ने थामा लालू का दामन

भाजपा अति पिछड़ा मोर्चा के प्रवक्ता सुरेश प्रसाद चौरसिया ने राजद की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया और लोकतंत्र बचाने के लिए साथ काम करने का आह्वान किया।

Bihar Politics: पटना में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रदेश कार्यालय में रविवार को एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अति पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश प्रसाद चौरसिया ने अपने समर्थकों के साथ राजद की सदस्यता ग्रहण की। राजद के वरिष्ठ नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई और 'गोपालगंज से रायसीना' नामक पुस्तक देकर सम्मानित किया।

कई नेता रहे उपस्थित

इस मौके पर राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, प्रदेश महासचिव फैयाज आलम कमाल और संजय यादव भी मौजूद थे। इन नेताओं ने सुरेश चौरसिया और उनके समर्थकों का राजद में स्वागत करते हुए इसे पार्टी के लिए एक सशक्त कदम बताया।

संविधान बचाने की अपील

राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन ने इस अवसर पर कहा कि देश के संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिशें लगातार हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में हर जागरूक नागरिक और नेता की जिम्मेदारी है कि वह संविधान की रक्षा में अपनी भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि राजद का सिद्धांत ही सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की रक्षा पर आधारित है।

लालू-तेजस्वी के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प

डॉ. हसन ने अपने संबोधन में कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने नेतृत्व में बिहार को विकास की नई दिशा दी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, आईटी और कृषि क्षेत्र में जो योजनाएं लागू की गईं हैं, उनका सकारात्मक असर दिखने लगा है।

तेजस्वी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा

डॉ. हसन ने कहा कि 17 महीने की महागठबंधन सरकार के दौरान तेजस्वी यादव ने रोजगार और विकास को केंद्र में रखकर काम किया। खासकर युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों की बहाली, तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा और आईटी सेक्टर में निवेश जैसे निर्णयों ने जनता का विश्वास जीता है।

नफ़रत की राजनीति का विरोध

राजद नेताओं ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि बिहार में नफ़रत और ध्रुवीकरण की राजनीति को समाप्त करना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। उनका मानना है कि विकास और रोजगार जैसे ठोस मुद्दों के जरिए ही जनता का भला किया जा सकता है।

हालांकि सुरेश प्रसाद चौरसिया ने औपचारिक रूप से बीजेपी छोड़ने के कारणों पर विस्तार से कुछ नहीं कहा, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पार्टी में उपेक्षा और विचारधारा में मतभेद इसकी प्रमुख वजहें हो सकती हैं।

Leave a comment