बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद में बगावत तेज हो गई है। बड़हरा सीट से टिकट न मिलने पर पूर्व विधायक सरोज यादव ने पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा, “मैं श्राप देता हूं कि वो कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेगा।” यादव ने बागी तेवर अपनाते हुए स्वतंत्र रूप से नामांकन दाखिल किया।
Bihar Politics: बिहार की सियासत में भोजपुर जिले का बड़हरा विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर चर्चा के केंद्र में है। यहां टिकट वितरण को लेकर भाजपा (BJP) और राजद (RJD) दोनों पार्टियों में हलचल मची हुई है। भाजपा में जहां एक वरिष्ठ नेता बागी हो गए हैं, वहीं राजद में पूर्व विधायक सरोज यादव ने टिकट न मिलने पर पार्टी नेतृत्व को सार्वजनिक रूप से ‘श्राप’ दे डाला। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
राजद में टिकट बंटवारे से मचा घमासान
राजद ने बड़हरा सीट से नामांकन की अंतिम तिथि से एक दिन पहले राम बाबू सिंह को प्रत्याशी घोषित किया। इसके बाद पार्टी के पूर्व विधायक सरोज यादव भड़क उठे। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी अब सिद्धांतों से भटक चुकी है और पूरी तरह “भ्रष्ट” हो गई है। सरोज यादव ने फेसबुक लाइव के दौरान पार्टी नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “मैं श्राप देता हूं कि वो कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएगा।” उनके इस बयान ने राजनीतिक माहौल में सनसनी फैला दी।
सोशल मीडिया पर लाइव आकर निकाली भड़ास
गुरुवार की रात सरोज यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव आकर अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। उन्होंने कहा कि राजद में मेहनती कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है। टिकट उन लोगों को दिया जा रहा है जिनका जनता से कोई जुड़ाव नहीं। यादव ने यह भी दावा किया कि वे लंबे समय से जनता की सेवा में जुटे थे, लेकिन पार्टी ने व्यक्तिगत हितों को तरजीह दी।
मंदिर में समर्थकों के साथ बैठक
लाइव के बाद सरोज यादव ने अपने समर्थकों के साथ मंदिर परिसर में बैठक की। इस बैठक में उन्होंने साफ कहा कि अब वे पार्टी लाइन से हटकर चुनाव लड़ेंगे। समर्थकों ने उनके इस फैसले का समर्थन किया। बैठक के दौरान माहौल बेहद भावुक था। यादव ने कहा कि राजनीति में अब “निष्ठा” और “आदर्श” जैसे शब्दों का कोई मतलब नहीं रह गया है।
बागी तेवर अपनाकर दाखिल किया नामांकन
शुक्रवार को सरोज यादव ने अपने बागी तेवर जारी रखते हुए बड़हरा विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। उनके इस कदम ने न केवल राजद बल्कि पूरे भोजपुर जिले की राजनीति को हिला दिया है। अब बड़हरा सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है।
समर्थकों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर सरोज यादव के बयान को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई लोगों ने उनके साहस की सराहना की और कहा कि उन्होंने पार्टी के भीतर की सच्चाई उजागर कर दी। वहीं, कुछ लोगों ने उनके “श्राप” वाले बयान को राजनीतिक मर्यादा के खिलाफ बताया। ट्रोलर्स ने इस बयान को लेकर उन पर तंज कसे, लेकिन यादव अपने रुख पर कायम हैं।
राजद नेतृत्व पर सवाल
राजद के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व इस विवाद से चिंतित है। चुनावी माहौल में ऐसा बयान राजद की छवि पर असर डाल सकता है। पार्टी प्रवक्ताओं ने फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बड़हरा सीट पर यह विवाद राजद के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
भोजपुर की सियासत में नया मोड़
बड़हरा विधानसभा का राजनीतिक इतिहास हमेशा दिलचस्प रहा है। यहां हर चुनाव में नए समीकरण बनते और बिगड़ते रहे हैं। इस बार भी टिकट बंटवारे से शुरू हुई अंदरूनी कलह अब खुलकर सामने आ चुकी है। सरोज यादव जैसे पुराने नेताओं का बागी रुख पार्टी के लिए चुनौती बन गया है।