Columbus

Bihar: विधानसभा चुनाव से पहले सियासी संग्राम, तेजस्वी का दावा- बीजेपी नेता के पास दो वोटर कार्ड

Bihar: विधानसभा चुनाव से पहले सियासी संग्राम, तेजस्वी का दावा- बीजेपी नेता के पास दो वोटर कार्ड

तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि मुजफ्फरपुर की मेयर और उनके देवर के पास दो-दो वोटर आईडी हैं, जिससे चुनावी पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं।

Bihar Voter List: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में "वोट की डकैती" हो रही है। उन्होंने दावा किया कि मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी और उनके देवर के पास एक ही विधानसभा क्षेत्र में दो-दो EPIC यानी वोटर आईडी कार्ड हैं। तेजस्वी ने इस मामले को लोकतंत्र और चुनावी पारदर्शिता के लिए खतरनाक बताया।

चुनाव आयोग पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप

तेजस्वी यादव ने अपने 1, पोलो रोड आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि SIR (Special Revision) प्रक्रिया में गंभीर खामियां हैं। उनके अनुसार, चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है और "वोट की डकैती" का माहौल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि SIR से जुड़े कई मामले फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं।

2020 के चुनाव का जिक्र और हार का आरोप

तेजस्वी ने 2020 के विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि उस समय उनकी पार्टी महज 12 हजार वोटों के अंतर से हारी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कम से कम 10 सीटों पर उन्हें जानबूझकर हरवाया गया। उनके मुताबिक, पहले बीजेपी ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल करती थी, लेकिन अब चुनाव आयोग को अपना नया हथियार बना लिया गया है।

मुजफ्फरपुर की मेयर वोटर आईडी पर विवाद

तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी, जो बीजेपी से जुड़ी हैं, पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि निर्मला देवी के पास एक ही विधानसभा क्षेत्र में दो EPIC आईडी हैं। यही नहीं, उनके देवर के पास भी दो EPIC आईडी मौजूद हैं। तेजस्वी का दावा है कि यह सीधा-सीधा चुनावी नियमों का उल्लंघन है और इस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।

चयनित वोटरों को "अनट्रेसेबल" और "मृतक" घोषित करने का आरोप

तेजस्वी ने एक और बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कई वास्तविक वोटरों को चुनावी सूची में "अनट्रेसेबल" या "मृतक" घोषित कर दिया जाता है। इससे उनका वोट स्वतः ही लिस्ट से हट जाता है। वहीं, बीजेपी से जुड़े जिन नेताओं के पास दो-दो वोटर आईडी हैं, उनके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाता।

प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल

तेजस्वी ने यह भी कहा कि जब यह खुलासा हुआ तो बीजेपी की बोलती बंद हो गई है। उन्होंने चुनाव आयोग से सवाल किया कि अब तक इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं की गई। उनके मुताबिक, यह दोहरी नीति चुनाव की पारदर्शिता पर सीधा हमला है।

Leave a comment