छिंदवाड़ा में यूथ कांग्रेस ने वोट चोरी के विरोध में चुनाव आयोग का पुतला जलाया। आग भड़कने से चार पुलिसकर्मी झुलस गए। पुलिस ने 18 कार्यकर्ताओं पर बिना अनुमति प्रदर्शन और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया।
छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में रविवार (21 सितंबर) को वोट चोरी के विरोध में आयोजित एक विरोध प्रदर्शन हिंसक मोड़ ले गया। शहर के फव्वारा चौक पर चुनाव आयोग के पुतले का दहन करते समय यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा पेट्रोल छिड़कने से अचानक आग भड़क उठी। इस हादसे में चार पुलिसकर्मी झुलस गए, जबकि पुलिस ने 18 कार्यकर्ताओं के खिलाफ बल प्रयोग और ज्वलनशील पदार्थ डालने समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया।
आग लगने से पुलिसकर्मी घायल
घटना के समय एसआई नारायण बघेल गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके साथ प्रआर युवराज रघुवंशी, आरक्षक सागर डेहरिया और विकास बैस भी झुलस गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिसकर्मी पुतले को बुझाने और हटाने की कोशिश में जुट गए, लेकिन आग अचानक तेज हो गई और अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोग भी मौके पर इकट्ठा हो गए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने घायलों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। अधिकारियों का कहना है कि इस घटना से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और भी संवेदनशील हो गई है।
बिना अनुमति यूथ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
कोतवाली टीआई और एसडीएम कार्यालय ने पुष्टि की कि यूथ कांग्रेस ने इस प्रदर्शन के लिए प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली थी। बगैर अनुमति आयोजित प्रदर्शन कानून के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। अधिकारियों का कहना है कि अनुमति न लेने के बावजूद आयोजित यह प्रदर्शन हिंसक रूप धारण कर गया।
एसपी अजय पांडे जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने बताया कि प्रशासन मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू से जांच कर रहा है। यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
18 कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने इस घटना के संबंध में 18 यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है। इनमें गोलू रघुवंशी, एकलव्य अहाके, उमेश चौहान, अर्पित तिवारी, अभिषेक गुप्ता, बबला पटेल, अनिमेष मालवी, गौरव पराते, जावेद खान, अभि मेहरा, पूर्णिमा वर्मा, हंसा दाढ़े, कार्तिक चौधरी, सरला सिसोदिया, सरिता कनौजिया, शक्ति डोले, मोहित रघुवंशी और सतीश राय शामिल हैं।
इन सभी के खिलाफ धारा 132, 121(1), 189(1)(बी), 287, 223 और 3(5) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों का विश्लेषण किया जा रहा है। जांच के दौरान सभी आरोपियों से पूछताछ भी की जाएगी।
पुलिस और प्रशासन ने शुरू की जांच
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था लागू की। फव्वारा चौक और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। प्रशासन ने कहा कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।
पुलिस का कहना है कि इस तरह के प्रदर्शनों में सुरक्षा और नियमों का पालन आवश्यक है। भविष्य में किसी भी राजनीतिक या सामाजिक आंदोलन के दौरान प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। साथ ही, जनता और प्रशासन दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।