अब तक जब भी कोई वेब ब्राउजर की बात होती थी, तो दिमाग में Chrome, Edge, Firefox या Safari जैसे नाम आते थे। लेकिन अब ब्राउजिंग की दुनिया तेजी से बदल रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस नए ब्राउजर सामने आ चुके हैं जो सिर्फ वेबसाइट खोलने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यूजर को सोचने, समझने और जानने में भी मदद करते हैं। ऐसा ही एक ब्राउजर है 'Dia', जिसे एक न्यूयॉर्क बेस्ड स्टार्टअप Browser Company ने लॉन्च किया है।
क्या है Dia ब्राउज़र और क्यों बना सुर्खियों में
Dia ब्राउजर आम ब्राउजर की तरह नहीं है। यह एक AI-पावर्ड ब्राउजर है जो जेनरेटिव AI का इस्तेमाल करता है। यह वही तकनीक है जिस पर ChatGPT, Gemini या Claude जैसे टूल्स चलते हैं। यानी आप किसी वेबसाइट या वीडियो को देखते हुए उससे जुड़े सवाल डायरेक्ट ब्राउजर में पूछ सकते हैं और वहीं जवाब भी मिल जाएगा।
जैसे ही आप Command+E दबाते हैं, स्क्रीन पर एक साइड विंडो खुल जाती है जिसमें आप किसी भी कंटेंट से जुड़े सवाल पूछ सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप किसी न्यूज रिपोर्ट को पढ़ रहे हैं और उससे जुड़ी खबरें जानना चाहते हैं, तो Dia खुद ही अन्य आर्टिकल्स सजेस्ट कर देगा।
वीडियो का सारांश और न्यूज एनालिसिस चुटकियों में
Dia ब्राउजर की एक और खासियत है कि यह लंबे वीडियो को कुछ ही सेकंड में समरी में बदल देता है। यानी किसी भी यूट्यूब या न्यूज वीडियो को पूरा देखने की ज़रूरत नहीं है, Dia उसका सारांश दे देगा। यही नहीं, अगर आप किसी ब्रेकिंग न्यूज को पढ़ रहे हैं तो Dia उसके पीछे की पृष्ठभूमि और संबंधित खबरें भी दिखा सकता है।
AI चैटबॉट से जुड़ा है ब्राउजर का हर अनुभव
Dia ब्राउजर में जो AI काम करता है वह सीधे ChatGPT, Gemini और Claude जैसे कई AI मॉडल्स से जुड़ा हुआ है। जब यूजर कोई सवाल पूछता है, तो ब्राउजर खुद तय करता है कि सवाल का सबसे सटीक जवाब कौन सा AI मॉडल दे सकता है और फिर वहीं से जवाब लेकर यूजर को देता है।
इसका मतलब यह है कि यूजर को पता भी नहीं चलता और ब्राउजर उसके सवाल के लिए सबसे उपयुक्त AI मॉडल से जवाब ढूंढ लाता है।
OpenAI भी ला सकता है अपना ब्राउजर
खबरें हैं कि ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI भी इस साल के अंत तक अपना खुद का AI-पावर्ड ब्राउजर लॉन्च कर सकती है। अगर ऐसा होता है, तो ब्राउजिंग टेक्नोलॉजी में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा।
OpenAI का ब्राउजर बाजार में आते ही मौजूदा ब्राउजर्स को कड़ी चुनौती दे सकता है क्योंकि कंपनी के पास ChatGPT जैसे पावरफुल मॉडल्स का अनुभव है जो पहले से ही करोड़ों यूजर्स का भरोसा जीत चुके हैं।
क्या Chrome और Edge पर असर पड़ेगा
Chrome और Edge जैसे पारंपरिक ब्राउजर्स को AI से सीधे चुनौती मिलती दिख रही है। जहां इन ब्राउजर्स ने अभी AI को पूरी तरह से इंटीग्रेट नहीं किया है, वहीं नए ब्राउजर जैसे Dia और Comet पूरी तरह से AI-फर्स्ट डिज़ाइन के साथ आ रहे हैं।
Google और Microsoft ने जरूर अपने ब्राउजर्स में AI टूल्स जोड़ना शुरू कर दिया है, जैसे Chrome में Gemini और Edge में Copilot, लेकिन Dia जैसे ब्राउजर्स की AI इंटरैक्शन नेचुरल और ज्यादा इंटीग्रेटेड लगती है।
कितनी है कीमत और किसे मिलेगा फ्री एक्सेस
फिलहाल Dia ब्राउजर फ्री में उपलब्ध है, लेकिन आने वाले हफ्तों में इसमें सब्सक्रिप्शन मॉडल लागू किया जा सकता है। Browser Company के मुताबिक, जो यूजर्स ब्राउजर का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा करते हैं, उन्हें भुगतान करना पड़ सकता है।
कंपनी का प्लान है कि हर महीने 5 डॉलर से लेकर हजारों डॉलर तक की मेंबरशिप दी जाए, जो इस बात पर निर्भर करेगी कि यूजर AI चैटबॉट से कितने सवाल पूछता है। हालांकि, जो लोग इसका इस्तेमाल हफ्ते में कुछ बार ही करते हैं, उनके लिए इसे फ्री रखा जा सकता है।
कैसे बदलेगा यूजर का ब्राउजिंग अनुभव
AI ब्राउजर्स का मतलब है कि अब आपको अलग-अलग वेबसाइट पर जाकर जवाब खोजने की ज़रूरत नहीं। अब ब्राउजर ही आपकी सोच के अनुसार काम करेगा, आपको सुझाव देगा और बेहतर फैसले लेने में मदद करेगा।
मान लीजिए आप किसी बिजनेस न्यूज को पढ़ रहे हैं और उसकी पृष्ठभूमि समझना चाहते हैं, तो ब्राउजर आपको ऑटोमेटिक उस खबर से जुड़ी पुरानी रिपोर्ट्स, वीडियो या एक्सपर्ट व्यूज दिखा देगा। यह काम अब तक केवल एक खोजकर्ता ही कर पाता था, लेकिन AI अब इसे आम बना रहा है।