13 अगस्त 2025 को शेयर बाजार भारी तेजी के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 304.32 अंक बढ़कर 80,539.91 पर और निफ्टी 131.95 अंक ऊपर 24,619.35 पर बंद हुआ। एनएसई में 3,058 शेयरों में ट्रेडिंग हुई, जिनमें 1,673 शेयर बढ़त पर और 1,292 शेयर गिरावट पर बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप में खरीदारी देखने को मिली।
Stock Market Closing: कल की गिरावट के बाद 13 अगस्त को भारतीय शेयर बाजार ने जोरदार वापसी की। सेंसेक्स 0.38% यानी 304.32 अंक की बढ़त के साथ 80,539.91 और निफ्टी 0.54% यानी 131.95 अंक बढ़कर 24,619.35 के स्तर पर बंद हुआ। एनएसई पर कुल 3,058 शेयरों में से 1,673 शेयर बढ़त और 1,292 शेयर गिरावट पर बंद हुए, जबकि 93 शेयर स्थिर रहे। सेक्टोरल फ्रंट पर डिफेंस, फार्मा और मेटल शेयरों में खरीदारी देखी गई, जबकि PSU बैंक, FMCG और ऑयल & गैस इंडेक्स सपाट स्तर पर बंद हुए।
NSE पर ट्रेडिंग का हाल
आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कुल 3,058 शेयरों में ट्रेडिंग हुई। इनमें से 1,673 शेयर तेजी के साथ बंद हुए, जबकि 1,292 शेयर गिरावट के साथ समाप्त हुए। इसके अलावा, 93 शेयरों के रेट में कोई बदलाव नहीं आया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि आज बाजार में खरीदारी का दबाव अधिक रहा और निवेशकों ने मुनाफा कमाने के मौके का लाभ उठाया।
विशेष रूप से, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिली। निवेशकों ने इन क्षेत्रों में भरोसेमंद कंपनियों के शेयरों में निवेश कर अल्पकालिक और दीर्घकालिक लाभ दोनों के अवसर तलाशे।
सेक्टोरल प्रदर्शन: कौन से सेक्टर में रही तेजी
आज के कारोबारी सत्र में डिफेंस, फार्मा और मेटल सेक्टर में निवेशकों की रुचि अधिक रही। इसके अलावा PSE, इंफ्रा और रियल्टी इंडेक्स भी बढ़त के साथ बंद हुए। यह संकेत देता है कि निवेशक इन सेक्टर्स में स्थिरता और बेहतर लाभ की संभावना देख रहे हैं।
वहीं, PSU बैंक, FMCG और ऑयल & गैस इंडेक्स लगभग सपाट स्तर पर बंद हुए। इसका मतलब है कि इन सेक्टर्स में आज बाजार में कोई बड़ी हलचल नहीं देखी गई। सेक्टोरल लीडरशिप के अनुसार, निवेशक इन सेक्टर्स में सतर्क और विवेकपूर्ण तरीके से ट्रेडिंग कर रहे हैं, ताकि जोखिम कम किया जा सके।
टॉप गेनर और लूजर शेयर
आज कई शेयरों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। टॉप गेनर शेयरों में निवेशकों को अच्छा मुनाफा मिला, जबकि कुछ शेयरों ने हल्की गिरावट दर्ज की और वे लूजर शेयरों की सूची में शामिल हुए।
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को इन शेयरों की प्राइस मूवमेंट, कंपनी के तिमाही नतीजे और मार्केट सेंटीमेंट पर ध्यान देना चाहिए। यह रणनीति निवेशकों को ट्रेडिंग में संतुलन बनाए रखने और जोखिम कम करने में मदद करेगी।