बख्तियारपुर-ताजपुर ग्रीनफील्ड ब्रिज का निर्माण 60% पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निरीक्षण कर अधिकारियों को कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा।
Bihar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बख्तियारपुर-ताजपुर ग्रीनफील्ड ब्रिज के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। यह पुल गंगा नदी पर बन रहा है और इसके बनने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच एक नया सीधा संपर्क मार्ग विकसित होगा। साथ ही महात्मा गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्य को तेजी से पूरा किया जाए।
60 प्रतिशत निर्माण कार्य हुआ पूरा
पथ निर्माण विभाग के अनुसार बख्तियारपुर-ताजपुर ग्रीनफील्ड ब्रिज का लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इस पुल की कुल लंबाई 5.5 किलोमीटर है। मुख्यमंत्री ने पुल स्थल पर पहुंचकर निर्माण की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस परियोजना में पैसे की कोई कमी नहीं है। राज्य सरकार निर्माण कार्य की सभी आवश्यकताओं को पूरा करेगी।
बख्तियारपुर से ताजपुर तक नया कनेक्शन
यह ग्रीनफील्ड पुल कर्जन (बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन बायपास) से शुरू होकर कल्याणपुर होते हुए गंगा नदी को पार करते हुए समस्तीपुर जिले के ताजपुर को जोड़ेगा। इससे नेशनल हाईवे 31 (NH-31) और नेशनल हाईवे 28 (NH-28) के बीच सीधा संपर्क स्थापित हो जाएगा। पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुडुकलकट्टी ने साइट प्लान के माध्यम से मुख्यमंत्री को पुल की संपूर्ण योजना और प्रगति की जानकारी दी।
संपर्क पथ और अन्य संरचनाओं का कार्य भी प्रगति पर
इस गंगा ब्रिज परियोजना के तहत ताजपुर से चकलालशाही तक 16.2 किलोमीटर लंबा संपर्क पथ पहले ही बनकर तैयार हो चुका है। इसके अतिरिक्त कर्जन से गंगा ब्रिज तक का संपर्क पथ, रेलवे ओवरब्रिज (ROB) और अन्य सहायक संरचनाओं का निर्माण कार्य भी तेज़ी से किया जा रहा है। इन संरचनाओं के बन जाने से पूरे मार्ग पर यात्रा करना और अधिक सुगम हो जाएगा।
आवागमन होगा आसान, पर्यटन और चिकित्सा सेवाओं तक पहुंचेगा लाभ
इस पुल के बन जाने से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के लोगों के बीच यात्रा करना पहले से काफी आसान हो जाएगा। महात्मा गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु पर जो ट्रैफिक का बोझ आज मौजूद है, वह कम होगा और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और बेगूसराय से पटना की ओर आने वाले वाहनों को अब एक नया विकल्प मिलेगा जिससे समय की भी बचत होगी।
निरीक्षण में शामिल हुए वरिष्ठ अधिकारी
पुल निर्माण के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इनमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुडुकलकट्टी, बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि और पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह शामिल थे।