दीपिका कक्कड़ की लिवर कैंसर सर्जरी के बाद अब उन्हें टार्गेटेड थेरेपी लेनी होगी, जो दो साल तक चलेगी। शोएब इब्राहिम ने बताया कि थेरेपी से साइड इफेक्ट्स संभव हैं, लेकिन दोनों सकारात्मक सोच के साथ इस चुनौती का सामना कर रहे हैं।
Dipika kakar: टीवी की लोकप्रिय अदाकारा दीपिका कक्कड़ इन दिनों जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रही हैं। ‘ससुराल सिमर का’ से घर-घर में पहचान बनाने वाली दीपिका को स्टेज 2 लिवर कैंसर हुआ है। हालांकि, उन्होंने 2 जून को सफल सर्जरी करवा ली है, लेकिन इसके बाद अब उन्हें टार्गेटेड थेरेपी से गुजरना होगा। इस बात की जानकारी खुद उनके पति और अभिनेता शोएब इब्राहिम ने एक ताज़ा व्लॉग में दी।
सर्जरी के बाद अब इलाज का दूसरा चरण
दीपिका की लिवर कैंसर सर्जरी को एक महीना पूरा हो गया है और अब डॉक्टरों ने उन्हें अगले चरण के उपचार के लिए टार्गेटेड थेरेपी की सलाह दी है। यह थेरेपी कम से कम एक से दो साल तक चलेगी। शोएब ने बताया कि सर्जरी के बाद दीपिका की हालत स्थिर है और वह धीरे-धीरे ठीक हो रही हैं, लेकिन कैंसर की बायोप्सी रिपोर्ट और PET स्कैन ने कुछ चिंताजनक संकेत दिए हैं।
शोएब ने कहा, 'हालांकि शरीर में फिलहाल कैंसर कोशिकाएं नहीं हैं, लेकिन डॉक्टर्स का मानना है कि कैंसर दोबारा लौट सकता है। ऐसे में टार्गेटेड थेरेपी ही सबसे उपयुक्त उपाय है।'
क्या है टार्गेटेड थेरेपी?
टार्गेटेड थेरेपी एक विशेष प्रकार की कैंसर ट्रीटमेंट है जिसमें कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर उन्हें ही निशाना बनाया जाता है। यह थेरेपी कीमोथेरेपी से अलग होती है और आमतौर पर कम साइड इफेक्ट्स होते हैं। शोएब ने कहा कि लिवर कैंसर के मामलों में कीमोथेरेपी उतनी असरदार नहीं होती, इसलिए डॉक्टरों ने इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी के विकल्प दिए, जिनमें से उन्होंने दूसरा चुना है।
दीपिका को यह दवाएं रोजाना घर पर ही लेनी होंगी। अगर भविष्य में कैंसर दोबारा एक्टिव होता है, तब दवा की खुराक या ट्रीटमेंट पद्धति में बदलाव संभव होगा।
शोएब ने साझा की मानसिक स्थिति
अपने व्लॉग में शोएब ने उस दर्दनाक दिन को याद किया जब दीपिका की सर्जरी चल रही थी। '3 जून का दिन मेरी ज़िंदगी का सबसे मुश्किल दिन था। ऑपरेशन थिएटर के बाहर बैठकर हर मिनट दुआ कर रहा था। एक महीने बाद भी उस इंतजार को भूल नहीं पाया हूं,' उन्होंने भावुक होते हुए कहा।
अब जब सर्जरी को एक महीना हो गया है, तो शोएब और दीपिका दोनों ही डॉक्टर्स के संपर्क में हैं और ट्रीटमेंट को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं।
दीपिका की चिंता और हिम्मत
दीपिका ने व्लॉग में कहा कि उन्हें टार्गेटेड थेरेपी के साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंता है, लेकिन वह मानसिक रूप से मजबूत बनने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'सर्जरी के बाद शरीर में कमजोरी महसूस होती है, लेकिन मैं हार नहीं मानूंगी। मेरी प्राथमिकता अपनी हेल्थ है, और मैं शोएब के साथ मिलकर हर कठिनाई का सामना करूंगी।'
लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी
डॉक्टर्स ने दीपिका को खास हिदायतें दी हैं—जैसे योग न करना, वेट लिफ्टिंग से बचना, और केवल घर का बना खाना ही खाना। साथ ही, उन्हें रोजाना टहलने की सलाह दी गई है जिससे शरीर एक्टिव बना रहे। शोएब ने कहा कि हम अपनी जीवनशैली में भी बदलाव ला रहे हैं ताकि दीपिका जल्द से जल्द रिकवर कर सकें।
हर तीन महीने में स्कैन अनिवार्य
अब अगले दो वर्षों तक दीपिका को हर तीन महीने में स्कैन करवाना होगा। डॉक्टरों की टीम उनके हर रिपोर्ट का विश्लेषण करेगी और उसी के अनुसार ट्रीटमेंट में बदलाव किया जाएगा। शोएब ने यह भी बताया कि उन्हें उम्मीद है कि अगले दो साल के बाद चीजें सामान्य हो जाएंगी और दीपिका पूरी तरह स्वस्थ हो सकेंगी।
फैंस से अपील: दुआओं में रखें शामिल
शोएब और दीपिका ने अपने चाहने वालों से अनुरोध किया है कि वे इस कठिन समय में उनके लिए दुआ करें। दोनों ने सोशल मीडिया पर मिल रहे समर्थन के लिए फैंस का शुक्रिया अदा किया है और कहा है कि सकारात्मक सोच ही इस लड़ाई को जीतने का सबसे बड़ा हथियार है।