दिल्ली सरकार अब डीटीसी बसों में महिलाओं को मुफ्त सफर के लिए 'पिंक पास' देगी। यह सुविधा केवल दिल्ली निवासी महिलाओं को मिलेगी। पिंक टिकट प्रणाली समाप्त होगी। अन्य महिलाओं को किराया देना होगा।
Delhi Free DTC Bus Pass: दिल्ली में महिलाओं के लिए डीटीसी बसों में मुफ्त सफर की व्यवस्था अब केवल दिल्ली की स्थायी निवासी महिलाओं तक सीमित रहेगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार, 17 जुलाई को ऐलान किया कि सरकार जल्द ही महिलाओं के लिए पिंक टिकट की जगह 'पिंक पास' लागू करेगी। यह पास केवल दिल्ली की महिलाओं को ही मिलेगा।
2019 में शुरू हुई थी फ्री बस सेवा योजना
दिल्ली में महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा योजना की शुरुआत 29 अक्टूबर 2019 को हुई थी। उस समय की आम आदमी पार्टी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए डीटीसी और क्लस्टर बसों में महिलाओं के लिए फ्री यात्रा की सुविधा शुरू की थी। इसके तहत महिलाओं को बस में चढ़ते समय कंडक्टर से एक पिंक टिकट लेना होता था, जिससे वे मुफ्त यात्रा कर सकती थीं।
अब रेखा गुप्ता सरकार इस योजना में बदलाव करते हुए पिंक पास लाने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई व्यवस्था में केवल दिल्ली की निवासी महिलाओं को ही मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी।
दिल्ली के बाहर की महिलाओं को नहीं मिलेगा लाभ
नई योजना लागू होने के बाद दिल्ली के बाहर से आने वाली महिलाएं इस सुविधा का लाभ नहीं ले पाएंगी। यानी यदि कोई महिला गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद या अन्य आसपास के क्षेत्रों से दिल्ली में यात्रा करती है, तो उसे डीटीसी या क्लस्टर बसों में सफर करने के लिए किराया देना होगा। यह बदलाव दिल्ली सरकार के खर्च और लाभार्थी वर्ग को सीमित करने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है।
कैसा होगा नया 'पिंक पास'?
सरकार ने बताया कि 'पिंक पास' को पूरी तरह डिजिटल बनाया जाएगा। यह पास 'सहेली स्मार्ट कार्ड' के रूप में जारी होगा। इस स्मार्ट कार्ड में महिला यात्री का नाम, फोटो और आवश्यक पहचान जानकारी होगी। यह कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) सिस्टम के तहत बनाया जाएगा, जो दिल्ली मेट्रो और नोएडा मेट्रो में पहले से ही इस्तेमाल हो रहा है।
सहेली स्मार्ट कार्ड के लिए किन दस्तावेजों की होगी जरूरत
कार्ड के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- दिल्ली में निवास का प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल, पानी का बिल आदि)
- पासपोर्ट साइज फोटो
अन्य आवश्यक केवाईसी दस्तावेज
कार्ड के आवेदन और वितरण की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और सरल बनाने पर भी काम किया जा रहा है ताकि महिलाओं को आसानी से यह सुविधा मिल सके।
IIT की मदद से बदले जाएंगे बस रूट
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को अधिक प्रभावी और सुगम बनाने के लिए आईआईटी (IIT) की मदद से डीटीसी बस रूट्स का पुनर्गठन किया जा रहा है। इससे यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और सुगम सफर मिल सकेगा।
DTC को घाटे से उबारने की योजना
रेखा गुप्ता ने नंदनगरी डिपो में ऑटोमैटिक व्हीकल टेस्टिंग स्टेशन का उद्घाटन करते हुए कहा कि डीटीसी वर्तमान में 65000 करोड़ रुपये के घाटे में है। इसे दूर करने के लिए कई रणनीतिक कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को डिजिटल और व्यवस्थित बनाना शामिल है।