Columbus

दिल्ली: छठ से पहले यमुना में फिर दिखा सफेद जहरीला झाग, श्रद्धालुओं की बढ़ी चिंता

दिल्ली: छठ से पहले यमुना में फिर दिखा सफेद जहरीला झाग, श्रद्धालुओं की बढ़ी चिंता

दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके में यमुना नदी छठ से ठीक पहले फिर जहरीले सफेद झाग से ढक गई। औद्योगिक कचरे और सीवेज के कारण बने झाग ने श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा दी।

नई दिल्ली: दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके में यमुना नदी की सतह पर रविवार को सफेद जहरीला झाग देखा गया। यह झाग औद्योगिक कचरे और सीवेज के अनट्रीटेड पानी के कारण बनता है और नदी के जल प्रदूषण को दर्शाता है। राजधानी में छठ पर्व की तैयारियों के बीच यह दृश्य श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पहले यमुना की सफाई को लेकर कई दावे किए थे और लोगों से आश्वस्त किया था कि इस बार छठ पूजन स्वच्छ और झाग मुक्त यमुना में होगा। लेकिन झाग की यह परत एक बार फिर उनकी सुरक्षा और स्वच्छता की तैयारियों पर सवाल खड़ा कर रही है।

यमुना घाट पर छठ पर्व से पहले चिंता

कालिंदी कुंज यमुना घाट वह इलाका है, जहां छठ पर्व के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं। नदी किनारे स्नान और अर्घ्य देने के लिए स्थानीय लोगों और उत्तर भारत से आए श्रद्धालु इस घाट पर आते हैं।

स्थानीय लोग बताते हैं कि हर साल छठ पर्व से पहले यमुना में झाग की परत बन जाती है, जिससे पानी दूषित हो जाता है। इस बार भी सफेद झाग ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है और कई श्रद्धालु यमुना में अर्घ्य देने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बयान

गुरुवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कालिंदी कुंज का दौरा किया था और दावा किया कि यमुना में झाग नजर नहीं आ रहा। उन्होंने कहा था कि इस बार महिलाएं और अन्य श्रद्धालु गंदगी रहित और स्वच्छ यमुना में सूर्य देव को अर्घ्य देंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सफाई कार्य पूरी तरह पर्यावरण अनुकूल तरीके से किया जा रहा है और नदी या उसमें रहने वाले जीवों पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए ‘फर्जी वीडियो’ के बावजूद वास्तविक स्थिति लोगों के सामने है।

छठ पर्व के लिए घाट पर सफाई अभियान तेज़

यमुना घाट पर छठ की तैयारियों के लिए दिल्ली सरकार ने सैकड़ों कर्मचारियों को तैनात किया है। अधिकारियों ने नदी की सतह पर सफाई की निगरानी की और सुनिश्चित किया कि श्रद्धालुओं को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिले।

सफाई अभियान में स्थानीय प्रशासन, पर्यावरण एजेंसियों और नगर निगम की टीम शामिल रही। घाट पर सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी उपायों को भी बढ़ाया गया है ताकि त्योहार के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

Leave a comment