दिल्ली एयरपोर्ट पर रनवे अपग्रेड के चलते 15 जून से 15 सितंबर तक हर दिन 114 फ्लाइट्स रद्द होंगी। यह फैसला सर्दियों में उड़ान सुरक्षा सुधारने के लिए लिया गया है।
Delhi Airport Flight Cuts: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) से सफर करने की योजना बना रहे यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना सामने आई है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के अनुसार, 15 जून से 15 सितंबर 2025 तक हर दिन 114 फ्लाइट्स को रद्द किया जाएगा। इसका कारण हवाई अड्डे के एक प्रमुख रनवे का तकनीकी उन्नयन (upgrade) है। यह निर्णय यात्रियों को सर्दियों के दौरान कोहरे की वजह से होने वाली दिक्कतों से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है।
रनवे अपग्रेड की जरूरत क्यों पड़ी?
DIAL के CEO विदेह कुमार जयपुरियार के अनुसार, इस बार रनवे RWY 10/28 को अपग्रेड किया जा रहा है। यह अपग्रेडेशन इसलिए जरूरी है क्योंकि सर्दियों में दिल्ली में अक्सर घना कोहरा छा जाता है, जिससे विजिबिलिटी बहुत कम हो जाती है।
ऐसे हालात में फ्लाइट्स को लैंड कराने में काफी चुनौतियां आती हैं। कई बार फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ती हैं या लंबी देरी होती है। इसलिए रनवे को CAT III-B इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) के अनुरूप विकसित किया जा रहा है, जिससे कम दृश्यता में भी सुरक्षित लैंडिंग संभव हो सके।
क्या है CAT III-B सिस्टम?
CAT III-B एक आधुनिक नेविगेशन सिस्टम है, जो बहुत ही कम विजिबिलिटी (50 मीटर तक) में भी विमान को लैंडिंग में सहायता प्रदान करता है। यह तकनीक खासकर उन हवाई अड्डों के लिए जरूरी होती है जहां सर्दियों में घना कोहरा आम बात है। दिल्ली एयरपोर्ट पहले से ही कुछ रनवे पर CAT III-B तकनीक का उपयोग करता है, लेकिन अब यह अपग्रेड एक और रनवे पर किया जा रहा है।
कितनी उड़ानों पर पड़ेगा असर?
दिल्ली एयरपोर्ट पर प्रतिदिन लगभग 1,450 उड़ानें संचालित होती हैं। अपग्रेड के कारण 15 जून से 15 सितंबर तक हर दिन 114 उड़ानों को रद्द किया जाएगा। इसके अतिरिक्त 86 फ्लाइट्स को कम समय के लिए संचालित किया जाएगा, यानी उनका टाइमटेबल बदलेगा या उन्हें अस्थायी रूप से हटाया जाएगा।
रनवे बंद होने से हवाई अड्डे की अधिकतम क्षमता 42 विमानों प्रति घंटा से घटकर 32 विमानों प्रति घंटा रह जाएगी। यह कमी मुंबई, पटना जैसे व्यस्त रूट्स पर भी असर डालेगी।
यात्रियों को मिलेगी फ्लाइट रिफंड सुविधा
DIAL ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन यात्रियों की फ्लाइट्स रद्द होंगी, उन्हें एयरलाइंस की ओर से टिकट का पूरा रिफंड दिया जाएगा। एयरलाइंस यात्रियों को ईमेल, SMS और अन्य माध्यमों से सूचित करेंगी। इसके अलावा, शेड्यूल में बदलाव के संबंध में सभी जरूरी सूचनाएं DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के साथ समन्वय में जारी की जाएंगी।
त्योहारों के सीजन से पहले काम होगा पूरा
DIAL के मुताबिक, रनवे का काम सितंबर के मध्य तक पूरा हो जाएगा, लेकिन CAT III-B सिस्टम का पूरा इंस्टॉलेशन और परीक्षण कार्य 27 नवंबर तक समाप्त होने की उम्मीद है। इससे पहले यह काम कुछ देरी का शिकार रहा था, लेकिन अब इसे समय से पूरा करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि सर्दियों के मौसम में उड़ानों में देरी और रद्दीकरण की समस्या को खत्म किया जा सके।
ट्रैवलर्स को होगी थोड़ी असुविधा, लेकिन फायदे लंबे समय तक
विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा, "यात्रियों को थोड़े समय के लिए असुविधा का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यह एक दीर्घकालिक लाभ की ओर एक कदम है। सर्दियों में जो यात्रियों को बार-बार उड़ानों की देरी और रद्दीकरण झेलना पड़ता है, वह अब कम होगा।"
उनके अनुसार, यह निर्णय जानबूझकर यात्रा के ऑफ-सीजन में लिया गया है ताकि त्योहारों के समय यात्रियों को कोई परेशानी न हो।
जलवायु शमन योजना भी होगी तैयार
DIAL ने बताया कि एयरपोर्ट पर मौसम की चरम परिस्थितियों से निपटने के लिए एक "क्लाइमेट मिटिगेशन प्लान" (जलवायु शमन योजना) भी तैयार की जा रही है। यह योजना 2025 के अंत तक पेश की जाएगी और इसमें गर्मी, कोहरा और बारिश जैसे सभी चरम मौसम की स्थितियों का ध्यान रखा जाएगा।