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दिल्ली में महागठबंधन की बैठक, सीटों के बंटवारे पर आज लग सकती है मुहर

दिल्ली में महागठबंधन की बैठक, सीटों के बंटवारे पर आज लग सकती है मुहर

महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का अंतिम फैसला आज दिल्ली में होने वाली बैठक में लिया जा सकता है। इस बैठक में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव समेत शीर्ष नेता हिस्सा लेंगे। विभिन्न दलों के बीच लंबे समय से चल रही वार्ता पर आज अंतिम मुहर लगने की उम्मीद है।

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र महागठबंधन (Grand Alliance) की सियासत आज दिल्ली में गर्म रहने वाली है। कांग्रेस, राजद और अन्य सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेता एक बार फिर बैठक में शामिल होने जा रहे हैं। बैठक का मुख्य एजेंडा सीटों के बंटवारे (Seat Sharing) पर अंतिम निर्णय लेना है। यह फैसला गठबंधन की चुनावी रणनीति (Election Strategy) और बिहार में राजनीतिक समीकरणों को सीधे प्रभावित करेगा।

सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत

महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कई दिनों से वार्ता जारी है। कांग्रेस ने पिछले चुनाव की तुलना में इस बार 70 से अधिक सीटों की मांग की है। उनका तर्क है कि राज्य के कई क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति मजबूत हुई है और इसलिए वह अधिक हिस्सेदारी की हकदार है।

वहीं, राजद का मानना है कि गठबंधन की मुख्य जिम्मेदारी उनके कंधों पर है, इसलिए सीटों का बंटवारा उसी अनुपात में होना चाहिए। यह विवाद कई दिनों से बातचीत का विषय बना हुआ है। उपमुख्यमंत्री पद और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की मांगें भी बैठक में चर्चा का अहम हिस्सा होंगी।

मुकेश सहनी और वीआईपी की भूमिका

विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने कम से कम 15 सीटों की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद पर भी अपनी दावेदारी रखी है। इस मांग को लेकर गठबंधन के भीतर संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण है। वाम दलों को लगभग 35 सीटें देने पर पहले ही सहमति बन चुकी है, लेकिन वीआईपी की सीट और उप मुख्यमंत्री पद की मांग अभी भी अंतिम रूप नहीं ले पाई है।

लालू और तेजस्वी की दिल्ली यात्रा

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दिल्ली रवाना हो चुके हैं। उनके साथ अन्य गठबंधन नेताओं की मौजूदगी से यह बैठक और भी महत्वपूर्ण बन गई है। बैठक में राहुल गांधी, अजय माकन और अन्य शीर्ष नेताओं की भी उपस्थिति होगी। सभी की नजरें इस बैठक पर टिकी हैं, क्योंकि यह तय करेगी कि महागठबंधन एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरेगा या सीटों के विवाद से दरार गहरी होगी।

बैठक की संभावित अहमियत

दिल्ली में होने वाली बैठक महागठबंधन की चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देगी। सीट बंटवारे और उपमुख्यमंत्री पद जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सहमति बनना जरूरी है, ताकि गठबंधन में किसी प्रकार का विवाद पैदा न हो। बैठक में तय होगा कि गठबंधन का फोकस पूरे बिहार में एकजुट होकर चुनाव लड़ने पर रहेगा या सीटों के विवाद से गठबंधन कमजोर होगा।

राजद और कांग्रेस के बीच चल रही खींचतान के बावजूद, गठबंधन को राजनीतिक रूप से मजबूत दिखने के लिए समाधान निकालना होगा। अगर बैठक सफल होती है, तो महागठबंधन एकजुट होकर चुनाव में उतरेगा, जिससे एनडीए और अन्य दलों के लिए मुकाबला और कठिन हो जाएगा।

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