समाजवादी पार्टी की कन्नौज सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर एक टीवी चैनल की लाइव डिबेट के दौरान की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि मौलाना साजिद रसीदी की यह टिप्पणी न केवल एक महिला सांसद का अपमान है, बल्कि महिलाओं की गरिमा को भी ठेस पहुंचाती है। इस पूरे मामले को लेकर सूरजपुर थाने में तहरीर दी गई है और आरोपी मौलाना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
थाने में दी गई तहरीर
सोमवार को सपा के वरिष्ठ नेता और अधिवक्ता श्याम सिंह भाटी, बार एसोसिएशन सूरजपुर के अध्यक्ष प्रमेंद्र सिंह भाटी के साथ सूरजपुर थाने पहुंचे। वहां उन्होंने मौलाना के खिलाफ विधिक धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए तहरीर सौंपी। श्याम सिंह भाटी का कहना है कि मौलाना द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी न केवल एक महिला जनप्रतिनिधि का अपमान है, बल्कि समूचे महिला वर्ग के आत्मसम्मान पर हमला है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि आरोपी के खिलाफ तत्काल और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
प्रशासन को चेताया
तहरीर के दौरान समाजवादी पार्टी के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इनमें जगतपाल भाटी, महेंद्र यादव, पवन भाटी, नीरज भाटी, सुशील यादव, धर्मवीर यादव, प्रशांत भाटी, के.के. भाटी, सुरेश यादव और हेमंत जैसे नाम शामिल हैं। सभी ने एकमत होकर चेतावनी दी कि अगर प्रशासन समय रहते उचित कार्रवाई नहीं करता, तो पार्टी आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होगी।
महिलाओं के सम्मान पर कोई समझौता नही
समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि महिलाओं के सम्मान और गरिमा से किसी भी सूरत में समझौता नहीं किया जाएगा। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस तरह की मानसिकता को बढ़ावा देने वालों को कानून के कठघरे में लाया जाना चाहिए, ताकि समाज में एक सकारात्मक संदेश जाए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और शीघ्र कार्रवाई की बात कही जा रही है।
यह मामला न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से संवेदनशील है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता को भी उजागर करता है। अब सबकी नजर प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी है।