Diwali 2025 पर शिवलिंग का अभिषेक करना बेहद शुभ माना जाता है। सफेद फूल, कच्चे चावल, गंगा जल, दूध और गेहूं चढ़ाने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में बिगड़े काम बनते हैं और घर में सुख, समृद्धि तथा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। यह उपाय बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए लाभकारी है।
Diwali 2025: इस साल दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवलिंग का अभिषेक करना अत्यंत शुभ रहेगा। पूरे भारत में घरों को दीपों से सजाया जाएगा और माता लक्ष्मी व भगवान गणेश का पूजन किया जाएगा। इस अवसर पर सफेद फूल, कच्चे चावल, गंगा जल, दूध और गेहूं चढ़ाने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे बिगड़े काम बनते हैं और घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
महादेव की कृपा पाने का शुभ अवसर
दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस साल Diwali 2025 20 अक्टूबर को प्रारंभ हो रही है, जो अगले दिन 21 अक्टूबर को समाप्त होगी। इस दिन घर के हर हिस्से को दीपों और रंग-बिरंगे लाइट्स से सजाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन करने से घर में खुशहाली आती है, लेकिन इसके साथ-साथ शिव जी का अभिषेक करना भी बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है और सभी बिगड़े काम बन जाते हैं।
शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें
- सफेद फूल: दिवाली के दिन शिवलिंग पर सफेद फूल चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है। साथ में महादेव के मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, सफेद फूल का प्रयोग न केवल पूजा को पूर्ण करता है बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लाता है।
- कच्चे चावल: शिवलिंग पर कच्चे चावल चढ़ाने से आर्थिक समस्याओं से राहत मिलती है। यह उपाय घर में धन लाभ के योग बनाने और आय के नए स्रोत खोलने में मदद करता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि कच्चे चावल भगवान शिव को अर्पित करने से जीवन में स्थायी समृद्धि आती है।
- गंगा जल और दूध: गंगा जल और दूध से अभिषेक करने से मानसिक तनाव दूर होता है और जीवन में शांति बनी रहती है। यह उपाय पारिवारिक जीवन में सामंजस्य लाने और घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
- गेहूं: शिवलिंग पर गेहूं चढ़ाने का उपाय संतान सुख के लिए खास माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि यह शुभ क्रिया परिवार में बच्चों के लिए सुख और स्वास्थ्य की प्राप्ति सुनिश्चित करती है।
दिवाली का महत्व और सकारात्मक ऊर्जा
दिवाली की रात को घर में दीपक जलाने की परंपरा न केवल सौंदर्य और उत्सव का प्रतीक है, बल्कि इसे नकारात्मक ऊर्जा से बचाव और घर में सकारात्मक वाइब्स लाने के लिए भी विशेष माना जाता है। दीपक की रोशनी पुराने दुखों और बाधाओं को दूर करती है।
माता लक्ष्मी और गणेश जी का पूजन करने के साथ-साथ शिवलिंग पर अभिषेक करने से घर में धन, सुख और मानसिक शांति बनी रहती है। शास्त्रों के अनुसार, दिवाली का यह समय विशेष रूप से दैविक शक्ति का केंद्र होता है और इस दौरान किए गए उपायों का प्रभाव जल्दी और स्थायी होता है।
कैसे करें अभिषेक और पूजा
- सबसे पहले घर की साफ-सफाई और सजावट करें।
- शिवलिंग पर सफेद फूल और कच्चे चावल रखें।
- गंगा जल और दूध से अभिषेक करें।
- गेहूं और अन्य आवश्यक चीजें चढ़ाएं।
महादेव के मंत्रों का जाप करें और ध्यान लगाएं।
ऐसे करने से न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है बल्कि जीवन में अड़चनें और परेशानियां भी कम होती हैं। यह उपाय हर घर में आसानी से किया जा सकता है और परिवार के सभी सदस्य इससे लाभान्वित होते हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाई तक सीमित नहीं है। यह त्योहार सकारात्मक ऊर्जा, खुशहाली और सामंजस्य का प्रतीक भी है। भारत में हर घर दिवाली पर माता लक्ष्मी, गणेश जी और शिव जी की पूजा करके अपने घर को धन, सुख और मानसिक शांति से भरता है। शास्त्रों के अनुसार, दिवाली की रात किए गए उपाय विशेष रूप से शुभ और प्रभावशाली माने जाते हैं।
शिवलिंग पर किए गए अभिषेक से महादेव की कृपा मिलती है, जो जीवन में न केवल बिगड़े काम बनाती है बल्कि मानसिक संतुलन और पारिवारिक सुख भी लाती है। यह उपाय बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों सभी के लिए लाभकारी माना जाता है।