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Duleep Trophy Final 2025: दक्षिण क्षेत्र बनाम मध्य क्षेत्र – युवा खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर

Duleep Trophy Final 2025: दक्षिण क्षेत्र बनाम मध्य क्षेत्र – युवा खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर

दलीप ट्रॉफी का मौजूदा सत्र अपने चरम पर पहुँच चुका है। गुरुवार से दक्षिण क्षेत्र और मध्य क्षेत्र की टीमों के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। इस मैच के जरिए युवा खिलाड़ी जैसे रविचंद्रन स्मरण और दानिश मालेवार अच्छा प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश करेंगे।

स्पोर्ट्स न्यूज़: दलीप ट्रॉफी 2025 का फाइनल मुकाबला गुरुवार से खेला जाएगा, जिसमें दक्षिण क्षेत्र और मध्य क्षेत्र की टीमें खिताबी ट्रॉफी के लिए आमने-सामने होंगी। इस फाइनल को लेकर इस बार का उत्साह इसलिए भी बढ़ा है क्योंकि दोनों टीमों में कई स्टार खिलाड़ी एशिया कप और भारत ए टीम के लिए बाहर हैं। ऐसे में युवा खिलाड़ियों के पास राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के सामने अपनी प्रतिभा दिखाने का यह सुनहरा अवसर है।

मध्य क्षेत्र: रजत पाटीदार के नेतृत्व में युवा खिलाड़ी

मध्य क्षेत्र के कप्तान रजत पाटीदार के अलावा कोई भी स्टार खिलाड़ी फाइनल में हिस्सा नहीं ले रहा है। इसका मतलब है कि इस मैच में युवा खिलाड़ियों के लिए अपनी छाप छोड़ने का बड़ा मौका है। रविचंद्रन स्मरण कर्नाटक के लिए एक प्रमुख बल्लेबाज हैं। उन्होंने सात प्रथम श्रेणी मैचों में 516 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक शामिल हैं। उनकी औसत 64.50 है। लिस्ट ए और टी20 में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। 50 ओवर के 10 मैचों में उन्होंने 72.16 की औसत से 433 रन बनाए हैं, जबकि छह टी20 मैचों में उनकी स्ट्राइक रेट 170 रही।

वहीं दानिश मालेवर ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में क्रमशः 203 और 76 रन बनाकर अपनी छाप छोड़ी। 21 वर्षीय मालेवर ने अब तक 11 प्रथम श्रेणी मैचों में तीन शतकों के साथ 1077 रन बनाए हैं। तमिलनाडु के 19 वर्षीय आंद्रे सिद्धार्थ भी फाइनल में नजर रखे जाने वाले खिलाड़ियों में शामिल हैं। उन्होंने 2024-25 सत्र में अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत 612 रन के शानदार प्रदर्शन के साथ की, जिसमें उनका औसत 68 रहा।

दक्षिण क्षेत्र: अनुभवी कप्तानी और युवा बल्लेबाज

दक्षिण क्षेत्र के कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन (विकेटकीपर) और उप-कप्तान रिकी भुई टीम का नेतृत्व करेंगे। दक्षिण क्षेत्र भी कई बड़े बल्लेबाजों के बिना खेल रहा है, जैसे देवदत्त पडिक्कल और नारायण जगदीशन, लेकिन युवा खिलाड़ी जैसे रविचंद्रन स्मरण और आंद्रे सिद्धार्थ अपनी चमक बिखेरने के लिए तैयार हैं।दोनों टीमों में बल्लेबाजी विभाग मजबूत है। मध्य क्षेत्र के पास रजत पाटीदार, दानिश मालेवर और स्मरण जैसे खिलाड़ी हैं, जबकि दक्षिण क्षेत्र में अज़हरुद्दीन, रिकी भुई और आंद्रे सिद्धार्थ भरोसेमंद विकल्प हैं।

मध्य क्षेत्र के गेंदबाजों में कुछ प्रमुख खिलाड़ी भारत ए टीम के लिए बाहर हैं, जिनमें स्पिनर हर्ष दुबे, तेज गेंदबाज खलील अहमद और यश ठाकुर शामिल हैं। इसके बावजूद मध्य क्षेत्र के गेंदबाजी विभाग में दीपक चाहर जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जो टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं। दक्षिण क्षेत्र के पास भी गेंदबाजी विभाग में कुछ चुनौती है, लेकिन टीम के गेंदबाज जैसे टी विजय और बासिल एनपी अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।

फाइनल मुकाबले के लिए दोनों टीमें

मध्य क्षेत्र टीम: रजत पाटीदार (कप्तान), आयुष पांडे, दानिश मालेवर, शुभम शर्मा, संचित देसाई, यश राठौड़, नचिकेत भुटे, कुमार कार्तिकेय सिंह, आदित्य ठाकरे, उपेंद्र यादव (विकेटकीपर), अजय सिंह कुकना, अक्षय वाडकर (विकेटकीपर), दीपक चाहर, कुलदीप सेन और सारांश जैन।

दक्षिण क्षेत्र टीम: मोहम्मद अज़हरुद्दीन (कप्तान और विकेटकीपर), रिकी भुई (उप-कप्तान), रविचंद्रन स्मरण, काले एम, शेख रशीद, तन्मय अग्रवाल, सलमान निज़ार, आंद्रे सिद्दार्थ, तनय त्यागराजन, गुरजापनीत सिंह, एमडी निधिश, वासुकी कौशिक, अंकित शर्मा, टी विजय और बासिल एनपी।

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