1973 में Motorola DynaTAC 8000X के जरिए पहली सार्वजनिक मोबाइल कॉल हुई थी, जिसने मोबाइल कम्युनिकेशन का मार्ग प्रशस्त किया। यह फोन 1,100 ग्राम भारी और 25 सेंटीमीटर लंबा था, जिसे पूरी तरह चार्ज होने में 10 घंटे लगते थे और यह केवल 30 मिनट तक चलता था। आज के स्मार्टफोन इसके मुकाबले हल्के और सुविधाजनक हैं।
Mobile History: 1973 में Motorola ने पहला मोबाइल फोन DynaTAC 8000X लॉन्च किया, जिससे दुनिया में मोबाइल कम्युनिकेशन की शुरुआत हुई। यह फोन अमेरिका में मार्टिन कूपर द्वारा पेश किया गया और इसकी चार्जिंग में 10 घंटे लगते थे, जबकि फुल चार्जिंग पर यह केवल 30 मिनट तक चलता था। 1,100 ग्राम वजन और 25 सेंटीमीटर लंबाई के साथ यह फोन उस दौर में तकनीकी प्रगति का प्रतीक था। इसके बाद मोबाइल तकनीक में तेजी से बदलाव आया, जिससे आज के स्मार्टफोन हल्के, पतले और सुविधाजनक बन गए हैं।
Motorola DynaTAC 8000X
1973 में मोटोरोला के वरिष्ठ इंजीनियर मार्टिन कूपर ने पहली पब्लिक मोबाइल कॉल की थी, जिसे मोबाइल फोन इतिहास में मील का पत्थर माना जाता है। उन्होंने Motorola DynaTAC 8000X से यह कॉल की, जिससे मोटोरोला ने अपनी तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन किया और मोबाइल कम्युनिकेशन की शुरुआत हुई।
Motorola DynaTAC 8000X को पूरी तरह चार्ज करने में 10 घंटे से अधिक समय लगता था और फुल चार्जिंग के बाद यह केवल 30 मिनट तक चलता था। इसमें एक छोटी LED स्क्रीन थी, जिसमें कॉल्स और कुछ बेसिक डिजिट दिखाए जाते थे।
दुनिया का पहला मोबाइल कितना भारी
आज के स्मार्टफोन पतले और हल्के होते हैं, जैसे हाल ही में लॉन्च हुआ iPhone Air, जो सिर्फ 6mm मोटा है। वहीं, Motorola DynaTAC 8000X का वजन 1,100 ग्राम और लंबाई 25 सेंटीमीटर थी। इसे जेब में रखना मुश्किल था और इसकी बैटरी क्षमता बेहद सीमित थी।
उस समय मोबाइल फोन केवल प्रीमियम तकनीक के रूप में इस्तेमाल होते थे, और इन्हें आम लोगों के लिए उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण था। यह फोन मोबाइल कम्युनिकेशन के शुरुआती दौर का प्रतीक बन गया।
तकनीकी प्रगति और आधुनिक स्मार्टफोन
Motorola DynaTAC 8000X के बाद मोबाइल तकनीक में तेजी से बदलाव आया। फ्लिप फोन, फीचर फोन और फिर टचस्क्रीन स्मार्टफोन आए। अब फोल्डेबल और ट्राईफोल्ड फोन भी मार्केट में उपलब्ध हैं। मोबाइल का वजन घटा और बैटरी लाइफ बढ़ी, जिससे स्मार्टफोन का इस्तेमाल आसान और व्यापक हुआ।
आज की डिजिटल दुनिया में मोबाइल केवल कॉल करने का साधन नहीं बल्कि गेमिंग, वर्क, बैंकिंग और सोशल मीडिया के लिए अनिवार्य उपकरण बन चुका है।