ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यह युद्ध दुनिया के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है और कूटनीतिक समाधान बेहद जरूरी है।
Antonio Guterres: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते युद्ध की स्थिति में अमेरिका के हस्तक्षेप ने वैश्विक चिंताओं को और बढ़ा दिया है। हाल ही में अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स- फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हवाई हमले किए। इस सैन्य कार्रवाई के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का आधिकारिक बयान सामने आया है। उन्होंने इसे बेहद गंभीर चिंता का विषय बताया है।
गुटेरेस की चेतावनी
एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिका की कार्रवाई को लेकर कहा कि यह स्थिति तेजी से नियंत्रण से बाहर जा सकती है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही शांति की दिशा में ठोस प्रयास नहीं किए गए, तो इसके परिणाम नागरिकों, क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक सुरक्षा के लिए विनाशकारी हो सकते हैं। उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और तनाव को कूटनीतिक माध्यमों से सुलझाने की अपील की है।
कूटनीति ही समाधान: संयुक्त राष्ट्र का रुख
महासचिव ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि वर्तमान समय में जब स्थिति बेहद नाजुक है, तो किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई वैश्विक शांति को खतरे में डाल सकती है। उन्होंने दोहराया कि बातचीत और कूटनीति ही इस संकट का एकमात्र स्थायी समाधान है।
ईरान ने अमेरिका को दी खुली धमकी
अमेरिका के हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ईरान इस आक्रामकता का माकूल जवाब देगा। उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि मध्य-पूर्व में तनाव और भड़क सकता है।
तीन प्रमुख परमाणु केंद्र बने निशाना
अमेरिका ने फोर्डो, नतांज और इस्फहान स्थित ईरान की परमाणु साइट्स पर बमबारी की। ये तीनों केंद्र ईरान के परमाणु कार्यक्रम की रीढ़ माने जाते हैं। अमेरिकी B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स ने इन ठिकानों पर हमला किया। हमले भारतीय समयानुसार रविवार देर रात किए गए।
ट्रंप ने कार्रवाई की पुष्टि की
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर इस हमले की पुष्टि की। उन्होंने दावा किया कि ईरान की तीनों परमाणु साइट्स को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने इसे अमेरिका की 'निर्णायक सैन्य ताकत' का प्रतीक बताया।