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Elon Musk ने OpenAI पर लगाए आरोप: कहा संगठन झूठ और चैरिटी के दुरुपयोग पर आधारित

Elon Musk ने OpenAI पर लगाए आरोप: कहा संगठन झूठ और चैरिटी के दुरुपयोग पर आधारित

एलन मस्क ने OpenAI पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी “झूठ पर बनी है” और उसने चैरिटी का दुरुपयोग वित्तीय लाभ के लिए किया। मस्क ने OpenAI के फॉर-प्रॉफिट ट्रांजिशन और पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए हैं, जिससे AI गवर्नेंस और नैतिकता पर बहस फिर तेज हो गई है।

OpenAI Controversy: टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क ने OpenAI पर आरोप लगाया कि यह संगठन “built on a lie” है और उसने अपने गैर-लाभकारी दर्जे का दुरुपयोग कर चैरिटी को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। यह टिप्पणी उन्होंने OpenAI की पूर्व बोर्ड सदस्य हेलेन टोनर के पोस्ट को रीट्वीट करते हुए की। मस्क का कहना है कि AI जैसी शक्तिशाली तकनीक को कुछ कंपनियों के निजी नियंत्रण में नहीं होना चाहिए और इसके लिए पारदर्शिता और सार्वजनिक हित आधारित गवर्नेंस आवश्यक है।

मस्क ने OpenAI को ‘झूठ’ कहा

टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने OpenAI पर फिर निशाना साधा और इसे “built on a lie” बताया। मस्क ने आरोप लगाया कि कंपनी ने एक चैरिटी का दुरुपयोग अपने वित्तीय लाभ के लिए किया। यह टिप्पणी OpenAI की पूर्व बोर्ड सदस्य हेलेन टोनर के पोस्ट को रीट्वीट करते हुए आई, जिसमें उन्होंने OpenAI में पॉलिसी वर्क में बेईमानी और डराने-धमकाने की रणनीतियों का जिक्र किया था।

मस्क का यह बयान उनके OpenAI के खिलाफ लगातार जारी आलोचनाओं की श्रृंखला का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि AI जैसी शक्तिशाली टेक्नोलॉजी को केवल कुछ कंपनियों के नियंत्रण में नहीं छोड़ना चाहिए।

For-Profit ट्रांजिशन और कानूनी सवाल

OpenAI, जिसने 2015 में मानवता के लाभ के लिए AI अनुसंधान का वादा किया था, 2019 में OpenAI LP के रूप में फॉर-प्रॉफिट मॉडल में बदल गया। मस्क ने इस कदम पर सवाल उठाया और इसे गैरकानूनी और नैतिक रूप से गलत बताया। रिपोर्टों के अनुसार, इस बदलाव के तहत CEO सैम ऑल्टमैन को कंपनी में लगभग 7% हिस्सेदारी मिलने की संभावना है।

मस्क का कहना है कि गैर-लाभकारी संगठन को फॉर-प्रॉफिट में बदलना अनुचित है और इससे AI की पारदर्शिता और सार्वजनिक हित प्रभावित हो सकता है।

AI पारदर्शिता और सार्वजनिक हित

मस्क ने बार-बार OpenAI में पारदर्शिता और सार्वजनिक हित पर जोर दिया है। उनके अनुसार, AI जैसी पावरफुल तकनीक को निजी लाभ के लिए नियंत्रित नहीं किया जाना चाहिए। इस मामले ने वैश्विक AI गवर्नेंस और एथिकल टेक्नोलॉजी के मुद्दों पर बहस को फिर से गर्म कर दिया है।

OpenAI के फॉर-प्रॉफिट मॉडल और पारदर्शिता को लेकर बढ़ते सवाल टेक्नोलॉजी और नैतिकता के बीच संतुलन को चुनौती दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि AI में नैतिक और कानूनी नियमों का पालन भविष्य के टेक्नोलॉजी विकास के लिए महत्वपूर्ण होगा।

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