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एफआईएच प्रो लीग 2025: अर्जेंटीना से हार के साथ भारत की चिंता बढ़ी, यूरोपीय चरण में लगातार तीसरी शिकस्त

एफआईएच प्रो लीग 2025: अर्जेंटीना से हार के साथ भारत की चिंता बढ़ी, यूरोपीय चरण में लगातार तीसरी शिकस्त

भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए एफआईएच प्रो लीग 2025 का यूरोपीय दौरा अब तक बेहद निराशाजनक साबित हो रहा है। 11 जून को खेले गए मुकाबले में भारत को अर्जेंटीना के खिलाफ 3-4 से हार का सामना करना पड़ा। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय पुरुष हॉकी टीम का यूरोप दौरा अब तक बेहद निराशाजनक साबित हो रहा है। एफआईएच प्रो लीग 2025 के यूरोपीय चरण में भारत को लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा है। ताज़ा मुकाबले में अर्जेंटीना के खिलाफ भारतीय टीम को 3-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस हार के साथ भारतीय डिफेंस की कमजोरी एक बार फिर उजागर हो गई है, जिसने मैच में मिली बराबरी की स्थिति को बनाए रखने में असमर्थता दिखाई।

अर्जेंटीना की तेज़ शुरुआत, भारत की ढीली डिफेंस

मैच की शुरुआत ही भारत के लिए झटकेदार रही। तीसरे मिनट में अर्जेंटीना के कप्तान मटियास रे ने गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिला दी। यह गोल भारतीय डिफेंडर अमित रोहिदास की गलती का परिणाम था, जो डी में गेंद को क्लियर करने में विफल रहे। भारत ने हालांकि वापसी करते हुए 12वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल से स्कोर 1-1 कर दिया।

दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही अर्जेंटीना ने एक बार फिर बढ़त हासिल कर ली। इस बार लुकास मार्टिनेज ने गोल कर स्कोर 2-1 किया। भारतीय डिफेंस ने यहां भी निराश किया और गोल रोकने में असफल रहा। हाफ टाइम तक अर्जेंटीना के पास मनोवैज्ञानिक बढ़त थी।

तीसरे क्वार्टर में भारत ने दिखाई जुझारूपन

हाफ टाइम के बाद भारत ने शानदार वापसी की कोशिश की। 33वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने एक और पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदलते हुए स्कोर 2-2 कर दिया। लेकिन भारत की खुशी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई। अगले ही मिनट सैंटियागो तराजोना ने गोल कर अर्जेंटीना को 3-2 की बढ़त दिला दी। भारत ने हिम्मत नहीं हारी और 42वें मिनट में अभिषेक ने रिबाउंड पर गोल दागकर स्कोर 3-3 कर दिया।

जब लग रहा था कि भारत मुकाबले में बराबरी बनाए रखेगा, तभी चौथे क्वार्टर की शुरुआत में अर्जेंटीना के लुसियो मेंडेज ने भारत की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए चौथा और निर्णायक गोल कर दिया। इसके बाद भारत को 55वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन गोल नहीं हो सका। यही वो मौका था, जहां मैच भारत की ओर झुक सकता था, लेकिन खराब फिनिशिंग और दबाव में संयम की कमी ने भारत को फिर पीछे धकेल दिया।

लगातार हारों से बढ़ी कोचिंग स्टाफ की चिंता

भारतीय टीम की यह यूरोपीय दौरे पर तीसरी लगातार हार थी। इससे पहले टीम को नीदरलैंड के खिलाफ दो करीबी मुकाबलों में 1-2 और 2-3 से हार झेलनी पड़ी थी। इन सभी मैचों में भारतीय टीम का डिफेंस सबसे बड़ा कमजोर पक्ष रहा, जिसने अंतिम पलों में गोल खाकर मुकाबला गंवाया। कोच क्रेग फुल्टन के लिए यह प्रदर्शन गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है, खासकर ओलंपिक जैसे बड़े टूर्नामेंट के नजदीक आने पर। भारतीय हॉकी संघ को अब खिलाड़ियों के मनोबल और रणनीति पर नए सिरे से काम करने की जरूरत है।

टीम इंडिया को अपनी गलतियों से सबक लेते हुए आज यानी 12 जून को फिर अर्जेंटीना से भिड़ना है। यह मुकाबला भारत के लिए आत्मविश्वास वापस हासिल करने का मौका होगा। फैंस को उम्मीद है कि हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय टीम अपनी गलतियों को सुधारते हुए एक सकारात्मक परिणाम दे सकेगी।

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