अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 12 जून को क्रैश हुई। हादसे में 270 लोगों की मौत हुई। मंत्री राम मोहन नायडू ने जांच शुरू होने की जानकारी दी।
Plane Crashed: 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद शनिवार को पहली बार नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इस हादसे में अब तक 270 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और मंत्रालय के सचिव समर कुमार सिन्हा ने हादसे से जुड़ी जानकारी साझा की और जांच की स्थिति पर विस्तार से बात की।
विमान ने टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही खो दी ऊंचाई
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए सचिव समर कुमार सिन्हा ने बताया कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने 12 जून को दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद से उड़ान भरी थी। टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान 650 फीट की ऊंचाई तक पहुंचा और फिर तेजी से ऊंचाई खोने लगा। उसी समय पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को MAYDAY कॉल दी, जो किसी भी इमरजेंसी की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
ATC ने तुरंत संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। 1:40 बजे यानी टेकऑफ के ठीक एक मिनट बाद, विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से दो किलोमीटर दूर मेघाणीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान में 242 लोग सवार थे
इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री, 2 पायलट और 10 क्रू मेंबर शामिल थे। विमान ने इससे पहले पेरिस से दिल्ली और फिर दिल्ली से अहमदाबाद तक की उड़ान बिना किसी परेशानी के पूरी की थी। लेकिन अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही पल बाद यह हादसा हो गया, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
रनवे अस्थाई रूप से बंद किया गया
दुर्घटना के बाद सुरक्षा कारणों से दोपहर 2:30 बजे रनवे को बंद कर दिया गया। सभी जरूरी प्रोटोकॉल और जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद शाम 5 बजे रनवे को सीमित उड़ानों के लिए दोबारा खोला गया। इस दौरान नागरिक उड्डयन मंत्रालय की पूरी टीम, मंत्री समेत, कंट्रोल रूम और बाद में घटनास्थल पर पहुंच गई थी।
मंत्री राम मोहन नायडू की पहली प्रतिक्रिया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि बीते दो दिन सभी के लिए बेहद कठिन रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे खुद घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा, "हमने जैसे ही वहां की स्थिति देखी, तो उसका मंजर शब्दों में बयान करना मुश्किल था। यह हमारे लिए काफी झकझोरने वाला अनुभव था।"
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
नायडू ने कहा कि इस घटना के बाद यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता और मजबूत हुई है। उन्होंने बताया कि हादसे की जांच के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है, जो तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
ब्लैक बॉक्स से मिलेगी हादसे की असली वजह
उड्डयन मंत्री ने कहा कि हादसे की असली वजहों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, "ब्लैक बॉक्स को कल शाम बरामद कर लिया गया है और उसे डिकोड करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह जांच AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) के तहत की जा रही है। हमें रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार है, जिससे यह स्पष्ट होगा कि हादसा किस कारण से हुआ।"
डीजीसीए और IB की भी जांच में भागीदारी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि DGCA और IB के अधिकारी भी इस जांच में शामिल हैं। घटनास्थल को पूरी तरह सील कर दिया गया है और किसी भी सबूत के साथ छेड़छाड़ न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।