फ्रेंच ओपन 2025 के सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों के लिए मिश्रित परिणाम रहे। पुरुष युगल में शीर्ष भारतीय जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी इंडोनेशिया के रहमत हिदायत और मुहम्मद रियान अर्दियांतो से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी बुधवार को फ्रेंच ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट से बाहर हो गई। उन्होंने इंडोनेशिया के रहमत हिदायत और मुहम्मद रियान अर्दियांतो के खिलाफ राउंड ऑफ 32 पुरुष युगल मैच में 18-21, 20-22 से हार का सामना किया। इस हार के साथ ही चिराग और सात्विक का टूर्नामेंट में सफर समाप्त हो गया।
सात्विक-चिराग की हार
भारतीय पुरुष युगल की शीर्ष जोड़ी सात्विक-चिराग का मुकाबला राउंड ऑफ 32 में इंडोनेशियाई जोड़ी से हुआ। पहला गेम जहां भारतीय जोड़ी 18-21 से हार गई, वहीं दूसरा गेम भी बहुत करीबी था, जिसे उन्होंने 20-22 से गंवा दिया। हार के साथ ही सात्विक-चिराग की फ्रेंच ओपन 2025 की यात्रा समाप्त हो गई।विश्लेषकों का कहना है कि इंडोनेशियाई जोड़ी ने मैच में बेहतरीन रणनीति और तेज रिफ्लेक्स दिखाए, जिससे भारतीय जोड़ी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। सात्विक और चिराग ने टूर्नामेंट में उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाए, लेकिन उनके अनुभव से भविष्य में और मजबूत वापसी की उम्मीद बनी रहेगी।
उन्नति हुड्डा का शानदार प्रदर्शन
महिला एकल में उभरती हुई खिलाड़ी उन्नति हुड्डा ने अपने पहले दौर के मुकाबले में मलेशिया की लेत्शाना करुपथेवन को 11-21, 21-13, 21-16 से हराया। उन्होंने पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीतकर प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। उन्नति का यह प्रदर्शन भारतीय बैडमिंटन में उम्मीद जगाता है, खासकर तब जब युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में दबाव का सामना कर रही हों। उनका संयम और मानसिक दृढ़ता युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
पुरुष एकल में आयुष शेट्टी का सामना जापान के अनुभवी खिलाड़ी कोकी वातानबे से हुआ। आयुष ने कड़ा मुकाबला किया, लेकिन दोनों गेम में 19-21 से हार गए और पहले ही दौर में टूर्नामेंट से बाहर हो गए। महिला एकल में अनुपमा उपाध्याय और अनमोल खरब का सफर टूर्नामेंट में लंबा नहीं चला।
अनुपमा उपाध्याय ने चीन की हान यू के खिलाफ 15-21, 11-21 से हार का सामना किया। अनमोल खरब दक्षिण कोरिया की आन से यंग के खिलाफ 15-21, 9-21 से हार गई। इन हारों के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण अनुभव हासिल किया, जो आने वाले टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन को सुधारने में सहायक होगा।