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GMP घटा, फिर भी Cedaar IPO को जबरदस्त रिस्पॉन्स, जानिए इसके पीछे का कारण

GMP घटा, फिर भी Cedaar IPO को जबरदस्त रिस्पॉन्स, जानिए इसके पीछे का कारण
अंतिम अपडेट: 30-11--0001

Cedaar Textile Limited का प्राइमरी मार्केट में डेब्यू शानदार रहा। कंपनी का 60.90 करोड़ रुपये का प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) 30 जून को खुला और 2 जुलाई को बंद हुआ। इस दौरान इश्यू को कुल 12.26 गुना अधिक आवेदन मिले, जिससे साफ जाहिर होता है कि निवेशकों ने कंपनी के कारोबार और भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा जताया है।

सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे संस्थागत निवेशक

IPO को सबसे जबरदस्त प्रतिक्रिया क्यूआईबी यानी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स से मिली, जिन्होंने इसे 37.88 गुना सब्सक्राइब किया। इसके बाद रिटेल निवेशकों की ओर से 9.73 गुना और एनआईआई कैटेगरी से 5.04 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ। इस तरह, Cedaar Textile के इश्यू को सभी कैटेगरीज से अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिली।

क्या है Cedaar Textile का कारोबार

Cedaar Textile Limited टेक्सटाइल इंडस्ट्री में मेलांज यार्न (Melange Yarn) के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है। मेलांज यार्न एक खास तरह का मिश्रित धागा होता है, जिसका इस्तेमाल होजियरी, इनरवियर, घरेलू फैब्रिक और बुने हुए कपड़ों में किया जाता है। Cedaar Textile न केवल भारत में ब्रांड्स को यार्न की आपूर्ति करती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय फैशन ब्रांड्स को भी अपनी सेवाएं देती है। इससे इसका ग्लोबल कनेक्शन भी मजबूत है।

कंपनी के ग्राहक और बाजार

Cedaar Textile के ग्राहक भारत के अलावा अमेरिका, यूरोप और मिडिल ईस्ट के फैशन ब्रांड्स भी हैं। यही वजह है कि कंपनी को एक निर्यात-उन्मुख यूनिट भी माना जा रहा है। कंपनी की यही वैश्विक पहुंच इसे अन्य स्मॉल और मिडकैप यार्न कंपनियों से अलग बनाती है।

IPO की कीमत और शेयरों की डिटेल

कंपनी ने अपने IPO के लिए प्राइस बैंड 130 रुपये से 140 रुपये तय किया था। इस रेंज में Cedaar Textile ने 43.50 लाख नए इक्विटी शेयर जारी किए। इस इश्यू से जुटाई गई रकम का उपयोग कंपनी अपने कारोबार विस्तार और उत्पादन सुधार के लिए करेगी।

GMP में उतार-चढ़ाव क्यों आया

IPO खुलने के पहले दिन Cedaar Textile का GMP 17 रुपये तक गया था, जो 1 जुलाई को 25 रुपये तक पहुंच गया। मगर इश्यू के अंतिम दिन यानी 2 जुलाई को यह घटकर 10 रुपये पर आ गया और अब इसी स्तर पर स्थिर बना हुआ है। यह बदलाव दर्शाता है कि लिस्टिंग से पहले निवेशकों की धारणा कुछ हद तक सतर्क हो गई है।

IPO से मिली रकम का कहां होगा इस्तेमाल

कंपनी ने IPO से मिली रकम को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटने का फैसला किया है:

  • सोलर सिस्टम इंस्टॉलेशन पर खर्च: Cedaar Textile अपने मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में 8 करोड़ रुपये की लागत से ग्रिड कनेक्टेड सोलर पीवी रूफटॉप सिस्टम लगाएगी। इससे बिजली खर्च में बचत होगी और कंपनी ग्रीन एनर्जी की ओर भी कदम बढ़ाएगी।
  • मशीनरी अपग्रेडेशन पर निवेश: लगभग 17 करोड़ रुपये मशीनों के आधुनिकीकरण पर खर्च किए जाएंगे। इससे उत्पादन प्रक्रिया तेज होगी और गुणवत्ता में सुधार होगा।
  • वर्किंग कैपिटल: कंपनी ने कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए 24.90 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं, जिससे रोजमर्रा के संचालन में आसानी होगी।

बचे हुए फंड का उपयोग 

आईपीओ से बची हुई रकम का उपयोग कंपनी सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों और इश्यू की लागत को पूरा करने में करेगी। इसमें मार्केटिंग, वितरण, ब्रांडिंग और रिसर्च जैसी गतिविधियों को शामिल किया गया है।

लिस्टिंग से पहले बाजार की नजरें Cedaar पर

IPO के सब्सक्रिप्शन और GMP की स्थिति को देखते हुए Cedaar Textile की लिस्टिंग का बाजार में इंतजार है। इस बात पर भी नजर है कि संस्थागत निवेशकों की बड़ी भागीदारी के चलते क्या स्टॉक लिस्टिंग के बाद अच्छी पकड़ बना पाएगा या नहीं।

Cedaar Textile का IPO निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके कारोबार का ढांचा, फंड उपयोग की योजना और मार्केट की मौजूदा धारणा इसे एक दिलचस्प SME इश्यू बनाती है।

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