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Post Office की बड़ी घोषणा, रजिस्टर्ड डाक बंद होकर शुरू होगी नई सर्विस

Post Office की बड़ी घोषणा, रजिस्टर्ड डाक बंद होकर शुरू होगी नई सर्विस

भारतीय डाक विभाग 1 अक्टूबर 2025 से रजिस्टर्ड डाक सेवा को बंद कर रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट शुरू करेगा। नई सेवा कानूनी मान्यता के साथ तेज डिलीवरी उपलब्ध कराएगी और इसे हवाई परिवहन से जोड़ा जाएगा। डाकियों को स्मार्टफोन और ऐप से लैस किया गया है ताकि ग्राहकों को डिजिटल और त्वरित सेवा मिल सके।

Registered Post Service: भारतीय डाक विभाग ने डाक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए रजिस्टर्ड डाक सेवा को बंद करने का ऐलान किया है। 18 अगस्त को जारी अधिसूचना के अनुसार, 1 अक्टूबर 2025 से इसकी जगह रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट सेवा शुरू होगी। यह नई सेवा स्पीड पोस्ट के साथ मर्ज होकर तेज और सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित करेगी। पहले जहां रजिस्टर्ड डाक का उपयोग कानूनी नोटिस, कोर्ट समन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भेजने में होता था, वहीं अब यह सेवा हवाई परिवहन और मोबाइल ऐप ट्रैकिंग की सुविधा के साथ और अधिक विश्वसनीय बनेगी।

रजिस्टर्ड डाक की जगह रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट

अब तक लोग रजिस्टर्ड डाक का इस्तेमाल कोर्ट समन, कानूनी नोटिस, सरकारी पत्राचार और महत्वपूर्ण दस्तावेज भेजने के लिए करते रहे हैं। लेकिन 1 अक्टूबर से यह सेवा उपलब्ध नहीं होगी। उसकी जगह रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट नाम की नई सेवा शुरू की जाएगी। इसमें रजिस्टर्ड डाक जैसी ही कानूनी मान्यता मिलेगी, लेकिन डिलीवरी पहले से ज्यादा तेज और सुरक्षित होगी।

अधिसूचना में कहा गया है कि "पंजीकरण अब केवल स्पीड पोस्ट वस्तुओं के लिए मूल्यवर्धित सेवा के रूप में उपलब्ध होगा और प्राप्तकर्ता-विशिष्ट वितरण की सुविधा देगा।"

क्यों किया जा रहा है बदलाव

भारतीय डाक विभाग ने बताया कि यह फैसला ग्राहकों की बदलती जरूरतों और बाजार की मांग के अनुसार लिया गया है। पहले रजिस्टर्ड डाक सेवा सड़क और रेल के जरिए संचालित होती थी, जिसकी वजह से पत्रों और दस्तावेजों की डिलीवरी में समय ज्यादा लगता था। नई व्यवस्था में स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड डाक को मिलाकर एक ही सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें दस्तावेज हवाई मार्ग से भेजे जाएंगे, जिससे डिलीवरी तेजी से हो सकेगी।

भारतीय डाक विभाग लगातार खुद को आधुनिक तकनीक से जोड़ रहा है। डाकियों को अब स्मार्टफोन दिए गए हैं, जिनमें पोस्टमैन मोबाइल ऐप (PMA) इंस्टॉल है। इस ऐप की मदद से डाक कर्मचारी डिलीवरी की जानकारी दर्ज कर सकते हैं और सीधे रिसीवर को संदेश भेज सकते हैं। इससे डिलीवरी प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी और भरोसेमंद हो गई है।

कर्मचारियों को स्मार्टफोन की सुविधा

देशभर में लगभग 1.8 लाख डाक कर्मचारियों को विभाग की ओर से स्मार्टफोन उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा 21 हजार कर्मचारी अपने निजी स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं। इस बदलाव के बाद पत्र और दस्तावेज भेजने की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल रिकॉर्ड में आ जाएगी। ग्राहक भी आसानी से अपनी पोस्ट की स्थिति ट्रैक कर सकेंगे।

रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट से होंगे फायदे

रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट शुरू होने के बाद डिलीवरी का समय काफी कम हो जाएगा। पहले रजिस्टर्ड डाक पत्रों को रेल और सड़क के जरिए भेजा जाता था, जिससे उन्हें गंतव्य तक पहुंचने में कई दिन लग जाते थे। लेकिन अब हवाई मार्ग से पत्र और दस्तावेज भेजे जाएंगे। इस तरह महत्वपूर्ण पत्र और नोटिस पहले से ज्यादा तेजी से पहुंच सकेंगे।

नई सेवा में ट्रैकिंग सिस्टम और प्राप्तकर्ता-विशिष्ट डिलीवरी जैसी सुविधाएं भी शामिल होंगी। यानी दस्तावेज केवल निर्धारित व्यक्ति को ही सौंपा जाएगा और उसकी जानकारी तुरंत रिकॉर्ड हो जाएगी।

कोर्ट के समन, सरकारी विभागों के नोटिस और कानूनी दस्तावेज पहले रजिस्टर्ड डाक के जरिए ही भेजे जाते थे। अब यह जिम्मेदारी रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट संभालेगा। इससे अदालतों और सरकारी दफ्तरों को भी कामकाज में तेजी मिलेगी।

1 अक्टूबर से लागू होंगे बदलाव

भारतीय डाक विभाग ने साफ कर दिया है कि 1 अक्टूबर से रजिस्टर्ड डाक सेवा पूरी तरह बंद हो जाएगी। इसके बाद लोगों को केवल रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट का ही विकल्प मिलेगा। यह सेवा ग्राहकों को पुरानी रजिस्टर्ड डाक जैसी ही कानूनी मान्यता के साथ और भी तेज डिलीवरी का भरोसा देगी।

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