आजकल सोने की मांग सिर्फ गहनों तक सीमित नहीं रही, अब लोग इसे एक भरोसेमंद निवेश के रूप में भी देखने लगे हैं। खासकर जब शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होता है या महंगाई बढ़ती है, तब लोग सोने की ओर रुख करते हैं। अब ऐसा समय आ गया है जब सोने में निवेश करने के लिए न तो किसी दुकान पर जाने की जरूरत है और न ही सोने को फिजिकल रूप से खरीदने की। मोबाइल के जरिए अब घर बैठे ही सोने में निवेश किया जा सकता है और अच्छी खासी कमाई भी की जा सकती है।
फिजिकल गोल्ड नहीं, अब डिजिटल गोल्ड का जमाना
पारंपरिक तरीके से सोना खरीदने में जहां मेकिंग चार्ज, GST और स्टोरेज की चिंता रहती है, वहीं डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ETF जैसे विकल्प इन सभी झंझटों से मुक्त हैं। डिजिटल गोल्ड में निवेश करने से न तो चोरी का डर होता है और न ही आपको लॉकर की जरूरत होती है। इसमें आप जितना चाहें, उतना सोना खरीद सकते हैं, चाहे वो एक ग्राम से कम ही क्यों न हो।
गोल्ड ETF से निवेश बना आसान
अगर आप बहुत आसान और सुरक्षित तरीके से सोने में पैसा लगाना चाहते हैं, तो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) एक बेहतरीन विकल्प है। इसके लिए सिर्फ एक डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। जैसे-जैसे सोने की कीमत बढ़ेगी, वैसे-वैसे आपके ETF की वैल्यू भी बढ़ेगी। इसमें फिजिकल गोल्ड जैसा कोई चार्ज नहीं देना पड़ता, न ही किसी तरह की देखरेख की चिंता होती है।
कम पूंजी में बड़ा मुनाफा
गोल्ड ट्रेडिंग में एक खास बात यह है कि आप छोटे निवेश में बड़ी डील कर सकते हैं। इसे ‘मार्जिन ट्रेडिंग’ कहा जाता है। इसमें आप कम पूंजी लगाकर भी ज्यादा गोल्ड की पोजिशन ले सकते हैं। इससे मुनाफे की संभावना ज्यादा होती है, लेकिन इसके लिए थोड़ा बाजार का अनुभव और रिस्क मैनेजमेंट की समझ जरूरी होती है।
MCX से जुड़कर शुरू करें गोल्ड ट्रेडिंग
भारत में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) एक बड़ा प्लेटफॉर्म है जहां आप सोने की कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको किसी रजिस्टर्ड ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म पर एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। फिर आप चाहें तो गोल्ड फ्यूचर्स या गोल्ड ऑप्शंस में निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड फ्यूचर्स और ऑप्शंस में क्या फर्क है
- गोल्ड फ्यूचर्स: इसमें आप एक तय तारीख और तय कीमत पर सोने को खरीदने या बेचने का सौदा करते हैं। इसमें थोड़ा रिस्क होता है क्योंकि कीमतें अचानक ऊपर-नीचे जा सकती हैं।
- गोल्ड ऑप्शंस: यह थोड़ा सुरक्षित तरीका होता है। इसमें आप एक प्रीमियम देकर भविष्य में सोना खरीदने का अधिकार लेते हैं, लेकिन बाध्यता नहीं होती। यानी अगर भाव आपके पक्ष में नहीं गया, तो आप सौदा छोड़ सकते हैं।
महंगाई और बाजार से बचाव का जरिया
सोना एक ऐसा एसेट है जिसकी कीमतें आमतौर पर तब बढ़ती हैं जब बाजार में अनिश्चितता होती है। जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती है, सोने की वैल्यू भी बढ़ती जाती है। यही वजह है कि सोना इंफ्लेशन हेज माना जाता है। आर्थिक संकट के समय लोग सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं और इसे कैश में जल्दी बदला जा सकता है।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से निवेश हुआ आसान
अब ऐसे कई मोबाइल ऐप और वेबसाइट उपलब्ध हैं जो डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ETF या गोल्ड SIP जैसी सुविधाएं देती हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर आप KYC करके तुरंत निवेश शुरू कर सकते हैं। आप चाहें तो हर महीने थोड़ी-थोड़ी राशि से भी गोल्ड में निवेश कर सकते हैं, जिसे गोल्ड सिप कहा जाता है।
क्यों लोग अब ज्वेलरी नहीं, डिजिटल गोल्ड को चुन रहे हैं
- इसमें कोई मेकिंग चार्ज नहीं होता
- टैक्स और GST का झंझट नहीं
- चोरी या नुकसान का डर नहीं
- तुरंत बेचने की सुविधा
- पूरे लेनदेन की डिजिटल ट्रैकिंग
24 घंटे ट्रेडिंग की सुविधा
गोल्ड ETF और कमोडिटी ट्रेडिंग की एक और बड़ी खासियत यह है कि इसमें आप सप्ताह के पांच दिन, लगभग 24 घंटे ट्रेड कर सकते हैं। बाजार के हिसाब से आप अपनी पोजिशन ले या छोड़ सकते हैं। यह फ्लेक्सिबिलिटी ट्रेडर्स और निवेशकों दोनों को आकर्षित करती है।
बाजार की चाल से जुड़े रहें, मुनाफा बढ़ाएं
गोल्ड ट्रेडिंग करने वालों को बाजार की चाल पर नजर रखनी होती है। इंटरनेशनल मार्केट, डॉलर की चाल, जियोपॉलिटिकल टेंशन और क्रूड ऑयल की कीमतें भी सोने पर असर डालती हैं। स्मार्ट निवेशक इन संकेतों के आधार पर अपनी रणनीति बनाते हैं और मुनाफा कमाते हैं।