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Smartworks IPO की धमाकेदार एंट्री! जानिए कैसे लिस्टिंग ने दिलाई तगड़ी कमाई

Smartworks IPO की धमाकेदार एंट्री! जानिए कैसे लिस्टिंग ने दिलाई तगड़ी कमाई

वर्कस्पेस सॉल्यूशन देने वाली कंपनी Smartworks Coworking Spaces ने शेयर बाजार में आज जबरदस्त एंट्री की। कंपनी का आईपीओ पहले ही काफी चर्चा में था और निवेशकों के बीच इसका अच्छा क्रेज देखा गया। आज जब इसका शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुआ, तो इश्यू प्राइस ₹407 के मुकाबले NSE पर ₹435 और BSE पर ₹436.10 की दर से लिस्ट हुआ। यानी करीब 7 प्रतिशत का प्रीमियम मिला।

IPO लिस्टिंग के आंकड़ों के अनुसार, NSE पर जहां इसका शेयर ₹435 पर लिस्ट हुआ, वहीं BSE पर यह ₹436.10 तक गया। इश्यू प्राइस ₹407 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। इस तरह देखा जाए तो कंपनी ने अपने लिस्टिंग डे पर निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया।

ग्रे मार्केट प्रीमियम पहले ही दे रहा था इशारे

आईपीओ से पहले Smartworks का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹25 रुपये चल रहा था। इसका मतलब था कि बाजार पहले ही उम्मीद कर रहा था कि शेयर प्रीमियम पर लिस्ट होगा। लिस्टिंग के दिन का प्रदर्शन भी उसी के अनुरूप रहा और निवेशकों की उम्मीदों पर खरा उतरा।

सब्सक्रिप्शन को मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स

Smartworks के IPO को मार्केट से शानदार रिस्पॉन्स मिला। कंपनी का इश्यू कुल मिलाकर 13.92 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें रिटेल निवेशकों से लेकर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स और हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) तक ने जोरदार दिलचस्पी दिखाई।

आईपीओ का साइज पहले ₹550 करोड़ तय किया गया था, लेकिन बाद में इसे घटाकर ₹445 करोड़ कर दिया गया। साथ ही ऑफर फॉर सेल (OFS) को भी 67.59 लाख शेयरों से घटाकर 33.79 लाख शेयर किया गया।

कौन हैं प्रमोटर और बड़े निवेशक

Smartworks Coworking के प्रमोटर ग्रुप में नीतीश सरडा, हर्ष बिनानी और सौम्या बिनानी शामिल हैं। IPO के बाद प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 65% से घटकर 59% हो गई है।

कंपनी में कई नामी इन्वेस्टर्स भी शामिल हैं, जिनमें Ananta Capital, Hexaware, Enam Group और Deutsche Bank जैसे बड़े नाम मौजूद हैं। इसके अलावा जाने-माने इन्वेस्टर मधु केला ने साल 2017 में कंपनी में एंजेल इन्वेस्टर के तौर पर निवेश किया था।

देश के बड़े मेट्रो शहरों में है मजबूत मौजूदगी

Smartworks देश की प्रमुख फ्लेक्सिबल ऑफिस स्पेस प्रोवाइडर कंपनियों में से एक है। कंपनी देश के प्रमुख मेट्रो शहरों जैसे दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे और चेन्नई में काम करती है। इसका फोकस बड़े कॉरपोरेट्स और मल्टीनेशनल कंपनियों को टेक-सक्षम वर्कस्पेस उपलब्ध कराने पर है।

कंपनी कॉर्पोरेट्स के लिए एंड-टू-एंड ऑफिस सॉल्यूशन देती है जिसमें ऑफिस डिजाइनिंग, मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन तक सब कुछ शामिल होता है। इस मॉडल को महामारी के बाद वर्क कल्चर में आए बदलाव के कारण तेज ग्रोथ मिली है।

बढ़ती मांग का मिल सकता है फायदा

देश में बदलते ऑफिस कल्चर और हाइब्रिड वर्किंग मॉडल के चलते फ्लेक्स स्पेस सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। खासतौर पर स्टार्टअप्स, आईटी कंपनियां और फाइनेंशियल फर्म्स अब परंपरागत ऑफिस लीज की जगह फ्लेक्सिबल मॉडल पसंद कर रही हैं। Smartworks इस सेगमेंट में पहले से मौजूद है और इसका फायदा इसे मिल सकता है।

विस्तार की योजना 

IPO से मिले फंड का इस्तेमाल कंपनी अपनी लीज प्रॉपर्टीज को बढ़ाने, वर्कस्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश और कर्ज चुकाने में करेगी। Smartworks ने पहले ही देश के टॉप मेट्रो शहरों में मौजूदगी बना ली है और अब इसका फोकस विस्तार पर है।

कंपनी का कहना है कि आने वाले महीनों में वो नई बिल्डिंग्स, टेक अपग्रेड और बड़े एंटरप्राइज़ क्लाइंट्स के लिए सॉल्यूशन बढ़ाएगी। इसके अलावा कस्टमर एक्सपीरियंस बढ़ाने के लिए IoT और AI आधारित टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी प्लान में है।

वर्कस्पेस इंडस्ट्री में तेजी और प्रतिस्पर्धा का माहौल

देश की वर्कस्पेस इंडस्ट्री में WeWork, Awfis, 91Springboard और IndiQube जैसे कई खिलाड़ी पहले से मौजूद हैं। इन कंपनियों के बीच बाजार हिस्सेदारी को लेकर टक्कर बनी रहती है। ऐसे में Smartworks को अपने मॉडल और तकनीकी सॉल्यूशन के दम पर अलग पहचान बनानी होगी।

फिलहाल Smartworks का फोकस बड़े ऑफिस कैम्पस और B2B सेगमेंट पर है, जो इसे अन्य स्टार्टअप्स से थोड़ा अलग बनाता है।

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