जियो ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड को भारतीय बाजार में चार नई निवेश योजनाएं शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। बाजार नियामक सेबी ने इस जॉइंट वेंचर को चार इंडेक्स फंड लॉन्च करने की हरी झंडी दे दी है। ये सभी योजनाएं पैसिव निवेश विकल्प के तौर पर पेश की जाएंगी, जिन्हें डायरेक्ट प्लान और ग्रोथ ऑप्शन में उपलब्ध कराया जाएगा।
चार अलग-अलग निवेश फोकस वाली योजनाएं
इस बार जियो ब्लैकरॉक ने जिन चार फंड्स को लॉन्च करने की तैयारी की है, वे अलग-अलग निवेशकों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं।
जियो ब्लैकरॉक निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स फंड
यह योजना निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स को ट्रैक करेगी। इस फंड के तहत उन कंपनियों में निवेश किया जाएगा जो मिडकैप कैटेगरी में आती हैं। इसमें निवेशक को मिड-साइज़ कंपनियों के ग्रोथ पोटेंशियल में भागीदारी का मौका मिलेगा। ओपन-एंडेड स्ट्रक्चर होने के चलते निवेशक किसी भी समय एंट्री या एग्जिट कर सकते हैं।
जियो ब्लैकरॉक निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड
यह फंड उन कंपनियों को ट्रैक करेगा जो निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स में शामिल हैं। यानी वे कंपनियां जो फिलहाल टॉप 50 में नहीं हैं लेकिन आने वाले समय में लार्जकैप बनने की संभावना रखती हैं। इस फंड से निवेशकों को भविष्य के संभावित दिग्गज कंपनियों में निवेश करने का अवसर मिलेगा।
जियो ब्लैकरॉक निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स फंड
इस फंड के तहत निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स से जुड़ी कंपनियों में निवेश किया जाएगा। यह योजना उन निवेशकों के लिए बनाई गई है जो लंबी अवधि में अधिक रिटर्न की उम्मीद करते हैं और थोड़े अधिक जोखिम लेने को तैयार रहते हैं। स्मॉलकैप सेगमेंट में निवेश जोखिमपूर्ण हो सकता है, लेकिन उसमें संभावित ग्रोथ भी अधिक होती है।
जियो ब्लैकरॉक निफ्टी 8-13 ईयर जी-सेक इंडेक्स फंड
यह योजना सरकारी प्रतिभूतियों (गिल्ट्स) में निवेश करेगी, जिनकी मेच्योरिटी अवधि 8 से 13 वर्ष के बीच होगी। यह योजना उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो कम क्रेडिट रिस्क और स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं। इसमें ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव की संवेदनशीलता अधिक होगी, इसलिए लॉन्ग टर्म पर्सपेक्टिव जरूरी रहेगा।
निवेश की न्यूनतम राशि और अन्य शर्तें
इन सभी योजनाओं में निवेश की न्यूनतम राशि केवल ₹500 रखी गई है, जिससे छोटे निवेशक भी आसानी से इसमें हिस्सा ले सकें। खास बात यह है कि इन स्कीमों में कोई एग्जिट लोड नहीं होगा। यानी, निवेशक बिना किसी शुल्क के अपनी यूनिट्स बेच सकते हैं।
ये फंड केवल डायरेक्ट प्लान और ग्रोथ ऑप्शन में उपलब्ध होंगे। यानी, इन योजनाओं में कोई डिविडेंड विकल्प नहीं होगा और फंड में जो भी लाभ होगा, वह यूनिट्स की वैल्यू में जुड़ता रहेगा।
क्या है जियो ब्लैकरॉक का बैकग्राउंड
जियो ब्लैकरॉक एक संयुक्त उद्यम है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज की जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और अमेरिका की ब्लैकरॉक के बीच 50:50 की साझेदारी में स्थापित हुआ है। ब्लैकरॉक दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है। यह साझेदारी भारतीय बाजार में पैसिव इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने और टेक्नोलॉजी आधारित फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के विकास पर केंद्रित है।
कब से खरीद पाएंगे फंड यूनिट्स
हर स्कीम की सदस्यता न्यू फंड ऑफर (NFO) के तहत खुलेगी। इन एनएफओ की अवधि 3 से 15 दिन के बीच होगी। हालांकि, अभी इनकी सटीक तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। फंड हाउस द्वारा जल्द ही सब्सक्रिप्शन विंडो की जानकारी दी जाएगी।
सेबी की मंजूरी के बाद तेज़ी से बढ़ रही है गतिविधि
जुलाई 2023 में घोषित यह जॉइंट वेंचर मई 2025 के अंत में म्यूचुअल फंड बिज़नेस शुरू करने के लिए सेबी की अनुमति पा चुका है। उसके बाद से कंपनी को निवेश सलाहकार और ब्रोकरेज फर्म के तौर पर काम करने की मंजूरी भी दी गई है।
पैसिव फंड क्यों बन रहे हैं लोकप्रिय
हाल के वर्षों में पैसिव फंड्स की मांग तेजी से बढ़ी है, क्योंकि इन फंड्स में खर्च का अनुपात एक्टिव फंड्स की तुलना में बहुत कम होता है। साथ ही, इनका प्रदर्शन पूरी तरह संबंधित इंडेक्स के साथ जुड़ा होता है। ऐसे में निवेशक को यह पहले से पता होता है कि फंड किससे जुड़ा हुआ है और उसका रिटर्न किस इंडेक्स के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।