Gold Price Today: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वॉर को और तेज करते हुए ऐलान किया है कि अमेरिका अब तांबे के आयात और ब्राजील से आने वाले कुछ सामानों पर 50% टैरिफ लगाएगा। यह नया शुल्क 1 अगस्त से लागू होगा।
गुरुवार, 10 जुलाई 2025 को सोने की कीमतों में एक बार फिर हल्की तेजी देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर में कमजोरी और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट के चलते सोने की मांग में इजाफा हुआ है। इससे ग्लोबल मार्केट के साथ-साथ भारतीय बाजार पर भी असर पड़ा है।
आज सुबह 8:55 बजे तक स्पॉट गोल्ड की कीमत में 0.1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जिससे यह 3316.77 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। वहीं, अमेरिका के गोल्ड फ्यूचर्स में 0.2 प्रतिशत की तेजी आई और यह 3325.60 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था।
भारत में आज का गोल्ड रेट कितना है
भारतीय बाजार में आज गुरुवार को सोने की कीमतों में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया। देश के प्रमुख प्लेटफॉर्म गुडरिटर्न्स के अनुसार:
- 24 कैरेट सोना 98,170 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना 89,990 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना 73,630 रुपये प्रति 10 ग्राम
इन रेट्स में अलग-अलग राज्यों और शहरों में मामूली फर्क हो सकता है, लेकिन मोटे तौर पर यही दाम चल रहे हैं।
डॉलर की कमजोरी से सोना हुआ मजबूत
ग्लोबल रिफाइनिंग कंपनी एबीसी रिफाइनरी के ग्लोबल हेड निकोलस फ्रैपेल ने बताया कि डॉलर इंडेक्स में कमजोरी आने से सोना तकनीकी तौर पर एक मजबूत सपोर्ट लेवल से ऊपर आया है।
डॉलर इंडेक्स में 0.2 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है, जिससे सोना अन्य मुद्राओं में सस्ता हो गया। इससे दुनियाभर के निवेशकों ने गोल्ड में फिर से रुचि दिखाई।
अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट भी एक बड़ा कारण रही। 10 साल के बॉन्ड की यील्ड हाल के उच्च स्तर से नीचे आई है, जिससे गोल्ड होल्डिंग की लागत कम हो जाती है और निवेशकों को फायदा मिलता है।
ट्रंप के टैरिफ वार का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से टैरिफ वॉर को तेज करने का ऐलान किया है। उन्होंने अमेरिका में तांबे के आयात पर और ब्राजील के सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह नया शुल्क 1 अगस्त से लागू होगा।
इसके साथ ही अमेरिका ने सात अन्य छोटे व्यापारिक भागीदारों पर भी टैरिफ लगाने के संकेत दिए हैं।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ वॉर से अस्थिरता बढ़ सकती है और ऐसे समय में गोल्ड जैसे सुरक्षित विकल्पों की मांग तेजी से बढ़ जाती है।
बाजार पर टैरिफ का असर धीरे-धीरे हो रहा है कम
सिटी इंडेक्स के सीनियर एनालिस्ट मैट सिम्पसन ने कहा कि अब बाजार में टैरिफ का असर पहले जैसा नहीं रह गया है। निवेशक इस मुद्दे को लेकर अब ज्यादा सतर्क और अनुकूलित हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि यह अब टैरिफ थकान (Tariff Fatigue) का दौर है, यानी बार-बार की घोषणाओं का प्रभाव कम होता जा रहा है।
भारत में कीमतों की चाल क्या कहती है
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की उपाध्यक्ष अक्षा काम्बोज के अनुसार, सोना ग्लोबल स्तर पर 3300 डॉलर प्रति औंस के करीब मजबूत समर्थन पा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत में मौसमी मांग और चीन की तरफ से केंद्रीय बैंक की लगातार खरीदारी के चलते दाम स्थिर बने रह सकते हैं।
हालांकि, डॉलर की मजबूती सोने की रफ्तार को सीमित भी कर सकती है।
घरेलू बाजार में तकनीकी स्तर क्या कहता है
मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट राहुल कलांतरी ने बताया कि सोने की चाल में फिलहाल उच्च उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं।
उनके मुताबिक:
- डॉलर में सपोर्ट: 3305 से 3285 डॉलर प्रति औंस
- रजिस्टेंस: 3340 से 3365 डॉलर प्रति औंस
- भारत में सपोर्ट: 96190 से 95880 रुपये प्रति 10 ग्राम
- रजिस्टेंस: 96950 से 97380 रुपये प्रति 10 ग्राम
इसलिए दाम ऊपर-नीचे होते रहेंगे लेकिन अभी कोई बड़ी गिरावट या उछाल का संकेत फिलहाल नहीं है।