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ग्वालियर में सुरक्षा अलर्ट! 4 हजार जवान तैनात, 70 चेकिंग प्वाइंट से कानून व्यवस्था कड़ी

ग्वालियर में सुरक्षा अलर्ट! 4 हजार जवान तैनात, 70 चेकिंग प्वाइंट से कानून व्यवस्था कड़ी

डॉ. आंबेडकर विवाद के बाद ग्वालियर प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी। 4 हजार पुलिस जवान तैनात और 70 चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। बाहरी असामाजिक तत्वों पर सख्त नजर रखी जा रही है और दोनों पक्षों से प्रदर्शन न करने की सहमति ली गई।

New Delhi: डॉ. भीमराव आंबेडकर पर विवादित बयान के बाद अनुसूचित जाति संगठनों द्वारा आंदोलन का ऐलान किया गया था। इसके जवाब में सवर्ण समाज की ओर से भी प्रतिक्रिया देखने को मिली। इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए ग्वालियर प्रशासन ने शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। शहर की सड़कों पर 4 हजार पुलिस जवान तैनात किए गए हैं और 70 चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। प्रशासन ने दोनों पक्षों से प्रदर्शन न करने की सहमति ली है, लेकिन किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हर संभव तैयारी की गई है।

सैन्यकृत निगरानी और चेकिंग प्वाइंट

आईजी, डीआईजी और एसएसपी शहर के सभी प्रमुख इलाकों में लगातार नजर रख रहे हैं। पुलिस बल पूरी तरह से तैयार है और किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने को तत्पर हैं। छह जिलों की सीमाओं पर नाकाबंदी की गई है, ताकि बाहरी असामाजिक तत्व शहर में प्रवेश न कर सकें। सभी चेकिंग प्वाइंट पर वाहन और लोगों की जांच की जा रही है। बाजारों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।

यात्रियों पर सख्त नजर

शहर में आने वाली बाहरी गाड़ियों और सवारी वाहनों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बाहर से आने वाले यात्रियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी व्यक्ति ग्वालियर में आंदोलन को भड़काने के उद्देश्य से प्रवेश न करे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और व्हाट्सएप पर भड़काऊ पोस्ट, संदेश और वीडियो डालने वाले दोनों पक्षों के कुछ सक्रिय नेताओं को रडार पर रखा गया है।

प्रशासन की सक्रिय रणनीति

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भले ही दोनों पक्षों ने प्रदर्शन न करने पर सहमति दी है, लेकिन किसी भी स्थिति में ढिलाई नहीं बरती जाएगी। पुलिस बल के जवान बलवा किट के साथ तैयार हैं। 70 चेकिंग प्वाइंट से लेकर शहर की सभी प्रमुख सड़कों और चौराहों पर निगरानी रखी जा रही है। शहर में किसी भी असामाजिक तत्व द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।

विवाद की पृष्ठभूमि

मामला अधिवक्ता अनिल मिश्रा द्वारा डॉ. आंबेडकर पर दिया गया विवादित बयान है। इसके विरोध में एससी-एसटी वर्ग के संगठन आंदोलनों का ऐलान कर चुके हैं। इसी बीच, मिश्रा के समर्थन में सवर्ण समाज और कुछ अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के पुतले फूंके। 15 अक्टूबर 2025 को दोनों पक्षों द्वारा आंदोलन करने की घोषणा की गई थी। हालांकि सोमवार को प्रशासन की मध्यस्थता में दोनों पक्षों ने बैठक कर प्रदर्शन न करने की सहमति दी।

चंबल रेंज की सीमा सुरक्षा

आईजी अरविंद सक्सैना ने बताया कि चंबल रेंज के मुरैना, भिंड और ग्वालियर सहित अशोकनगर, गुना और शिवपुरी जिलों के पुलिस अधीक्षकों से बात कर शहर की ओर जाने वाले मार्गों पर विशेष चेकिंग प्वाइंट लगवाए गए हैं। यहां आने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है, ताकि किसी भी तरह से असामाजिक तत्व ग्वालियर में प्रवेश न कर सकें। 

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