अफगानिस्तान के स्टार ओपनर इब्राहिम जादरान (Ibrahim Zadran) को बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे में अनुशासनहीनता दिखाने के कारण ICC ने कड़ी सजा सुनाई है। जादरान को मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना भरना होगा और उनके नाम एक डिमेरिट पॉइंट भी जोड़ दिया गया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाज इब्राहिम जादरान को बांग्लादेश के खिलाफ अबू धाबी में खेले गए तीसरे वनडे मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता का उल्लंघन करने के कारण दंडित किया गया है। उन्हें अपनी मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना देना होगा और एक डिमेरिट पॉइंट भी जारी किया गया है। यह घटना 14 अक्टूबर को अफगानिस्तान की पारी के 37वें ओवर में हुई, जब जादरान 95 रन पर आउट हुए और शतक से चूकने पर गुस्से में अपने आपा खो बैठे। उन्होंने ड्रेसिंग रूम के पास रखे उपकरण पर बल्ला मार दिया, जो उनके लिए महंगा साबित हुआ।
क्या हुआ था मैदान पर?
यह घटना 14 अक्टूबर 2025 को अबू धाबी में खेले गए अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच तीसरे वनडे के दौरान हुई। जादरान शानदार बल्लेबाज़ी कर रहे थे और अपने शतक की ओर तेजी से बढ़ रहे थे, लेकिन 37वें ओवर में वे 95 रन पर आउट हो गए। आउट होने के बाद निराशा और गुस्से में उन्होंने ड्रेसिंग रूम के पास रखे उपकरण पर बल्ला पटक दिया। यह व्यवहार खेल की भावना के विपरीत माना गया, और इसी कारण मैच रेफरी ग्रेम लैब्रोय ने उन पर जुर्माना और डिमेरिट पॉइंट लगाया।
दिलचस्प बात यह है कि इब्राहिम जादरान लगातार दूसरे मैच में 95 रन पर आउट हुए। पिछले वनडे में भी वे शतक से महज़ पांच रन दूर रह गए थे। लगातार दो बार व्यक्तिगत उपलब्धि से चूकने की निराशा उनके लिए भारी पड़ गई। इसी हताशा में उन्होंने अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाया और मैदान के बाहर यह अनुचित हरकत कर बैठे।
हालांकि, जादरान ने अपनी गलती तुरंत स्वीकार कर ली और इसके बाद औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। यह उनका पिछले 24 महीनों में पहला अपराध है।
ICC कोड के तहत सजा का प्रावधान
आईसीसी के नियमों के अनुसार, कोई खिलाड़ी यदि अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरण, कपड़े या मैदान की वस्तुओं को नुकसान पहुंचाता है, तो यह आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है। यह मामला लेवल 1 अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे अपराधों पर अधिकतम सजा मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना और एक या दो डिमेरिट पॉइंट तक हो सकती है।
आईसीसी के नियमानुसार, यदि कोई खिलाड़ी दो साल की अवधि में चार या अधिक डिमेरिट पॉइंट जमा करता है, तो वे सस्पेंशन पॉइंट में बदल जाते हैं।
दो सस्पेंशन पॉइंट का मतलब है कि खिलाड़ी को या तो एक टेस्ट मैच या दो सीमित ओवरों के मैचों से निलंबित कर दिया जाएगा।