Columbus

पाकिस्तान ने लगाई युद्धविराम की गुहार, अफगानिस्तान का दावा – कई पाक सैनिक बंदी बनाए गए

पाकिस्तान ने लगाई युद्धविराम की गुहार, अफगानिस्तान का दावा – कई पाक सैनिक बंदी बनाए गए

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच डूरंड लाइन पर फिर हिंसक झड़पें हुईं। अफगानिस्तान ने दावा किया कि उसने कई पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया। पाकिस्तान ने 48 घंटे के युद्धविराम की गुहार लगाई जबकि दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगाया।

काबुल। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद एक बार फिर हिंसक झड़पों में बदल गया है। दोनों देशों के बीच 48 घंटे के लिए अस्थायी युद्धविराम (Ceasefire) लागू करने की घोषणा की गई है। यह फैसला सीमा पर हुई ताजा भिड़ंतों के बाद लिया गया। हालांकि, इसी बीच अफगानिस्तान ने दावा किया है कि उसके सुरक्षाबलों ने कई पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बना लिया है।

डूरंड लाइन पर तनाव फिर भड़का

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच डूरंड लाइन को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है। दोनों देश एक-दूसरे पर सीमा उल्लंघन और आतंकियों को पनाह देने के आरोप लगाते रहे हैं। 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद यह तनाव और बढ़ गया। हाल ही में स्पिन बोल्डक (Spin Boldak) क्षेत्र में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई मुठभेड़ ने हालात को और बिगाड़ दिया।

अफगानिस्तान का बड़ा दावा – पाक चौकियां तबाह, सैनिक बंदी

अफगान सूत्रों के मुताबिक, अफगान सुरक्षाबलों ने स्पिन बोल्डक में पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों को नष्ट कर दिया। अफगान सेना का दावा है कि उसने कई पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया है। इसके अलावा अफगान बलों ने पाकिस्तानी टैंकों सहित हल्के और भारी हथियारों का बड़ा जखीरा भी जब्त किया और उसे अपनी सीमा में ले गए।

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन झड़पों में पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ा। अफगान सुरक्षाबलों ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तानी सेना के कब्जे से स्पिन बोल्डक गेट को भी अपने नियंत्रण में ले लिया है।

स्पिन बोल्डक गेट पर अफगानिस्तान का नियंत्रण

अफगान सुरक्षाबलों ने बुधवार तड़के एक बड़े ऑपरेशन में पाकिस्तान के कब्जे वाले स्पिन बोल्डक गेट पर नियंत्रण स्थापित करने का दावा किया। अफगान रक्षा सूत्रों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में पाकिस्तानी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा। अफगान सेना ने कहा कि उसने क्षेत्र में पूरी सुरक्षा व्यवस्था अपने नियंत्रण में ले ली है ताकि पाकिस्तान की ओर से किसी नई कार्रवाई का जवाब दिया जा सके।

तालिबान ने युद्धविराम की पुष्टि की

तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तान के अनुरोध पर बुधवार शाम 5.30 बजे से दोनों देशों के बीच युद्धविराम लागू कर दिया गया है। मुजाहिद ने बताया कि तालिबान ने अपने सुरक्षाबलों को युद्धविराम का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

पाकिस्तान ने किए हवाई हमले

सीजफायर से पहले पाकिस्तान ने बुधवार शाम अफगानिस्तान के कई इलाकों में हवाई हमले किए। अफगान मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने राजधानी काबुल और स्पिन बोल्डक क्षेत्र में बमबारी की। इन हमलों में दर्जनों लोगों की मौत की खबर है।

इन हमलों के बाद अफगानिस्तान की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। तालिबान प्रशासन ने कहा कि पाकिस्तान की यह कार्रवाई उसकी संप्रभुता (Sovereignty) का उल्लंघन है और इस तरह के हमलों का जवाब दिया जाएगा।

अफगानिस्तान का पलटवार – पेशावर में ड्रोन हमला

पाकिस्तानी हमलों के जवाब में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के पेशावर शहर में ड्रोन अटैक किया। अफगान सूत्रों के अनुसार, इस हमले में एक इमारत के कमरे को निशाना बनाया गया जिसे कथित रूप से खुफिया गतिविधियों (Intelligence Operations) के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ड्रोन हमले में पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों को भारी नुकसान हुआ। अफगान मीडिया का दावा है कि यह हमला सीधा जवाब था उन हवाई बमबारी पर, जो पाकिस्तान ने काबुल और बोल्डक क्षेत्र में की थी।

पाकिस्तान का दावा – तालिबान की यूनिट तबाह

वहीं पाकिस्तानी मीडिया ने अलग दावा पेश किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने कहा कि कंधार प्रांत में तालिबान की चौथी बटालियन और छठी बॉर्डर ब्रिगेड को भारी नुकसान पहुंचा है। पाक सेना के अनुसार, इन बटालियनों की कई पोस्ट पूरी तरह नष्ट हो गई हैं।

हालांकि, अफगान पक्ष ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान वास्तविक स्थिति छिपा रहा है। अफगान रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसकी सेना ने किसी प्रकार की “बड़ी हानि” नहीं झेली है और उन्होंने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया है।

पिछले एक हफ्ते में तीसरी बड़ी झड़प

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच यह झड़प पिछले एक हफ्ते में तीसरी बड़ी भिड़ंत है। मंगलवार रात को भी दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोलाबारी हुई थी। पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग (ISPR) ने दावा किया था कि बलूचिस्तान बॉर्डर पर अफगान तालिबान के हमले को नाकाम कर दिया गया, जिसमें लगभग 15 से 20 तालिबान लड़ाके मारे गए।

डूरंड लाइन पर पुराना विवाद

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच डूरंड लाइन विवाद का इतिहास बहुत पुराना है। 1893 में ब्रिटिश राज के दौरान खींची गई यह सीमा रेखा आज तक विवादित बनी हुई है। अफगानिस्तान इस रेखा को अपनी वैध सीमा नहीं मानता जबकि पाकिस्तान इसे अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) घोषित करता है।

तालिबान शासन आने के बाद पाकिस्तान ने सीमा पर फेंसिंग (Border Fencing) का काम शुरू किया था, जिसका अफगानिस्तान ने विरोध किया था। तब से दोनों देशों के बीच अक्सर सीमा विवाद को लेकर गोलीबारी और झड़पें होती रहती हैं।

Leave a comment