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इजरायल पर भड़के कतर के प्रधानमंत्री, फिलिस्तीनियों को बेदखल करने की साजिश का लगाया आरोप

इजरायल पर भड़के कतर के प्रधानमंत्री, फिलिस्तीनियों को बेदखल करने की साजिश का लगाया आरोप

कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद ने दोहा पर हुए इजरायली हमलों की निंदा की और कहा कि फिलिस्तीनी भाइयों को बेदखल करने की साजिश कभी सफल नहीं होगी। अरब और इस्लामी देशों की आपात बैठक में इजरायल के खिलाफ कार्रवाई पर चर्चा होगी।

World Update: कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने इजरायल के हालिया हमलों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह इजरायल के अपराधों पर चुप न बैठे और उसे सज़ा दे। कतर में होने वाली अरब-इस्लामी आपात बैठक इसी मुद्दे को लेकर बुलाई गई है।

दोहा पर इजरायली हमले के बाद बढ़ा तनाव

हाल ही में इजरायल ने दोहा पर हवाई हमले किए। इन हमलों में हमास नेताओं और उनके परिवारों के घरों को निशाना बनाया गया। कई लोगों की मौत हुई और कई घायल भी हुए। कतर ने इस हमले को न केवल अपनी संप्रभुता पर हमला बताया बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन भी करार दिया। यही वजह है कि दोहा में अरब और इस्लामी देशों का आपात शिखर सम्मेलन बुलाया गया है।

शेख मोहम्मद का सख्त बयान

कतर के प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि अब समय आ गया है कि वैश्विक समुदाय दोहरे मापदंड खत्म करे और इजरायल के खिलाफ ठोस कदम उठाए। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी भाइयों को उनकी जमीन से बेदखल करने की जो साजिश रची जा रही है, वह कभी सफल नहीं होगी।

शेख मोहम्मद ने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों पर लगातार जुल्म हो रहा है। उनके घर उजाड़े जा रहे हैं और बच्चों तक को निशाना बनाया जा रहा है। यह सिर्फ एक युद्ध नहीं बल्कि नरसंहार है। उन्होंने कहा कि अब अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को तय करना होगा कि वे न्याय के पक्ष में खड़े हैं या चुप्पी साधकर इस अत्याचार को बढ़ावा दे रहे हैं।

अरब और इस्लामी देशों की बड़ी बैठक

कतर में आयोजित होने वाला यह आपात शिखर सम्मेलन 9 सितंबर को हुए हमलों के जवाब में बुलाया गया है। इस बैठक में अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्री शामिल हो रहे हैं। बैठक का मकसद इजरायल के खिलाफ संयुक्त बयान जारी करना और अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाना है।

सऊदी अरब का समर्थन

इस आपात बैठक में सऊदी अरब ने भी कतर का साथ दिया है। सऊदी विदेश मंत्रालय ने इजरायली हमले को आक्रामक कार्रवाई बताया है और कतर के साथ एकजुटता दिखाई है। विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने स्पष्ट किया कि यह हमला न केवल कतर बल्कि पूरे अरब जगत की संप्रभुता पर हमला है। उन्होंने मांग की कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तुरंत इजरायल को जवाबदेह ठहराए।

दोहरे मापदंड पर सवाल

शेख मोहम्मद ने खास तौर पर इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय कई बार दोहरे मापदंड अपनाता है। कुछ देशों पर छोटे-छोटे मामलों में पाबंदियां लगा दी जाती हैं लेकिन जब बात इजरायल की आती है तो वही देश चुप हो जाते हैं। यह रवैया अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

फिलिस्तीन के लिए समर्थन की अपील

कतर ने दुनिया भर के मुस्लिम देशों से अपील की है कि वे फिलिस्तीन के समर्थन में एकजुट हों। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक हम सब मिलकर आवाज नहीं उठाएंगे तब तक इजरायल अपने हमले जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि अब सिर्फ बयानबाजी से काम नहीं चलेगा बल्कि ठोस कदम उठाने होंगे।

अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन

अरब देशों का कहना है कि इजरायल का हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का सीधा उल्लंघन है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक किसी भी देश की संप्रभुता का सम्मान करना हर सदस्य देश की जिम्मेदारी है। दोहा पर किया गया हमला इस सिद्धांत के खिलाफ है।

अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी इस बैठक में खास भूमिका निभाई है। उम्मीद की जा रही है कि यह संगठन इजरायल के खिलाफ संयुक्त प्रस्ताव पास करेगा। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाओं पर दबाव बनाया जाएगा ताकि इजरायल को सजा दी जा सके।

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