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IND vs ENG टेस्ट सीरीज: ICC ने जारी की पिचों की रेटिंग, इंग्लैंड के तीन मैदानों को मिले निराशाजनक अंक

IND vs ENG टेस्ट सीरीज: ICC ने जारी की पिचों की रेटिंग, इंग्लैंड के तीन मैदानों को मिले निराशाजनक अंक

भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में रोमांच की कोई कमी नहीं रही। मैदान के अंदर जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला, वहीं मैदान के बाहर दोनों टीमों के बीच बयानबाजी भी गरमाई रही, जिससे क्रिकेट की दुनिया में उथल-पुथल का माहौल बना रहा। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में संपन्न हुई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज ने क्रिकेट फैंस को रोमांच से भरपूर मुकाबले दिखाए। दोनों टीमों ने जबरदस्त संघर्ष किया और आखिरकार सीरीज 2-2 से बराबरी पर समाप्त हुई। हालांकि, इस दौरान पिचों को लेकर भी काफी चर्चा और विवाद हुआ। अब क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी (ICC) ने इस टेस्ट सीरीज के मैदानों की पिचों की रेटिंग जारी की है, जिसने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के लिए निराशा लेकर आई है।

ICC की पिच रेटिंग: 3 मैदानों को मिला ‘संतोषजनक’

आईसीसी ने इस सीरीज के शुरुआती चार मैचों की पिचों को रेटिंग दी है। पहले टेस्ट मैच का आयोजन लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर हुआ था, जहाँ की पिच को ICC ने ‘Very Good’ (बहुत अच्छा) रेटिंग दी है। लेकिन बाकी तीन मैचों की पिचों को ‘संतोषजनक’ (Below Average) रेटिंग दी गई है। ये तीन मैच क्रमशः एजबेस्टन, लॉर्ड्स और मैनचेस्टर में खेले गए। इन सभी मैदानों की आउटफील्ड को तो ‘Very Good’ बताया गया, लेकिन पिचों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं। खासतौर पर जब इंग्लैंड में पिचों से आमतौर पर गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद रहती है।

इंग्लैंड की पारंपरिक पिचों से हटकर बल्लेबाज-मित्र वातावरण

परंपरागत रूप से इंग्लैंड की पिचें स्विंग और सीम गेंदबाजों के लिए मददगार होती हैं, जिससे गेंदबाजों को पलड़ा भारी करने का मौका मिलता है। लेकिन इस सीरीज में देखने को मिला कि पिचें बल्लेबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल थीं। रन बनाना आसान था और गेंदबाजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसी वजह से पिच को लेकर इस टेस्ट सीरीज में मैचों के दौरान ही विवाद खड़ा हो गया था। कई पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों ने भी पिचों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे, जो मैचों की प्रतिस्पर्धात्मकता को प्रभावित कर सकती थीं।

सीरीज की शुरुआत में इंग्लैंड को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। तीन मैचों के बाद मेजबान टीम 2-1 से आगे थी और माना जा रहा था कि भारत के लिए सीरीज बचाना मुश्किल होगा। लेकिन भारतीय युवा टीम ने जबरदस्त वापसी की। मैनचेस्टर टेस्ट मैच में भारत ने मुश्किल स्थिति में ड्रॉ कराते हुए सीरीज को निर्णायक मोड़ पर पहुंचा दिया।

पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड के मुंह से जीत छीन ली और सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म हो गई। यह ड्रॉ इंग्लैंड के लिए एक बड़ी निराशा थी, खासकर तब जब घरेलू दर्शकों को जीत की उम्मीद थी।

ICC की रेटिंग का इंग्लैंड पर प्रभाव

ICC द्वारा तीन मैदानों की पिचों को ‘संतोषजनक’ रेटिंग मिलने से इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं। पिचों की गुणवत्ता को लेकर यह रिपोर्ट इंग्लैंड की घरेलू क्रिकेट की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाती है। क्रिकेट विश्व में इंग्लैंड की पिचों को पारंपरिक और गेंदबाजों के लिए मददगार माना जाता रहा है, लेकिन इस बार की रेटिंग इंग्लैंड के लिए आलोचना का विषय बन सकती है। यदि भविष्य में भी पिचों की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ तो इंग्लैंड की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है।

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