भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दिल्ली टेस्ट के पहले दिन एक विवादास्पद घटना ने सबका ध्यान खींचा। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स को आईसीसी (ICC) ने आचार संहिता का उल्लंघन करने का दोषी पाया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स को भारत के खिलाफ जारी दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन आईसीसी की आचार संहिता के लेवल-1 उल्लंघन का दोषी पाया गया है। इस उल्लंघन के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया है और उनके रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ दिया गया है।
यह घटना दिल्ली टेस्ट के पहले दिन यानी शुक्रवार को हुई, जब भारत की पहली पारी के 29वें ओवर में सील्स ने गेंदबाजी के बाद गुस्से में आकर गेंद बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की ओर फेंकी, जो उनके पैड पर जा लगी। आईसीसी ने इसे खेल भावना के खिलाफ आचरण मानते हुए यह कार्रवाई की।
क्या था पूरा मामला?
यह घटना दिल्ली टेस्ट के पहले दिन, शुक्रवार को भारत की पहली पारी के 29वें ओवर में घटी। सील्स गेंदबाजी करने के बाद निराश दिखे और अचानक उन्होंने गेंद यशस्वी जायसवाल की ओर फेंक दी। गेंद जाकर सीधे उनके पैड पर लगी, जिससे मैदान पर हल्का तनाव दिखा। अंपायरों ने तत्काल हस्तक्षेप किया और मामला मैच रेफरी एंडी पायकॉफ्ट को सौंप दिया।
आईसीसी ने बाद में बयान जारी कर कहा कि, सील्स ने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए आचार संहिता के अनुच्छेद 2.9 का उल्लंघन किया है। यह अनुच्छेद उस स्थिति से जुड़ा है जब कोई खिलाड़ी मैच के दौरान किसी अन्य खिलाड़ी की ओर या उसके पास अनुचित या खतरनाक तरीके से गेंद या किसी अन्य उपकरण को फेंकता है।
इस उल्लंघन के चलते सील्स को लेवल-1 का दोषी पाया गया। लेवल-1 के मामलों में न्यूनतम सजा चेतावनी होती है और अधिकतम सजा 50% जुर्माना व 1-2 डिमेरिट अंक तक हो सकती है। इस बार सील्स पर 25% जुर्माना और 1 डिमेरिट अंक लगाया गया।
सील्स ने दी सफाई, लेकिन नहीं माना गया तर्क
इस सजा के साथ ही सील्स के नाम पर पिछले 24 महीनों में कुल दो डिमेरिट अंक जुड़ चुके हैं। आईसीसी के नियमों के अनुसार, यदि किसी खिलाड़ी को दो साल की अवधि में चार या अधिक डिमेरिट अंक मिलते हैं, तो उस पर निलंबन (सस्पेंशन) लगाया जा सकता है। यानी सील्स को अब भविष्य में अपने आचरण पर विशेष ध्यान रखना होगा।
सील्स ने मैच रेफरी एंडी पायकॉफ्ट द्वारा दी गई सजा को चुनौती दी। उनका कहना था कि उन्होंने ऐसा “रन आउट करने की कोशिश” में किया था। हालांकि, मैच रेफरी ने कई रीप्ले देखने के बाद पाया कि बल्लेबाज पहले से ही क्रीज के अंदर था और सील्स का थ्रो “अनावश्यक और अनुचित” था। मैदान पर मौजूद अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ, पॉल रीफेल, तीसरे अंपायर एलेक्स व्हार्फ, और चौथे अंपायर के.एन. अनंत पद्मनाभन — ने इस घटना की रिपोर्ट तैयार की थी।