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इंस्टा दोस्ती न करने पर हरियाणा में छात्र का अपहरण, वीडियो बनाकर मारपीट और धमकी

इंस्टा दोस्ती न करने पर हरियाणा में छात्र का अपहरण, वीडियो बनाकर मारपीट और धमकी

हरियाणा के फरीदाबाद में दोस्ती करने से इनकार करने पर एक बीटेक छात्र को अगवा कर मारपीट की गई। आरोपी और कुछ लड़कियों ने वीडियो बनाई। पुलिस ने ढाई महीने बाद डीसीपी के आदेश पर केस दर्ज किया।

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी में बीटेक के एक छात्र के साथ इंस्टाग्राम दोस्ती के बहाने परेशान करने और अगवा करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि छात्र को जबरन बाइक पर बैठाकर मारपीट की गई और प्याली मंडी तक ले जाया गया। इस दौरान कुछ लड़कियों ने वीडियो बनाकर छात्र और परिवार को धमकाया। कोतवाली पुलिस ने घटना के ढाई महीने बाद डीसीपी के आदेश पर केस दर्ज किया।

ग्रेटर फरीदाबाद में छात्र पर हमला

पीड़ित मनोज कुमार ने बताया कि उनका बेटा ध्रुव ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एक निजी कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र है। किसी लड़की ने उसकी इंस्टाग्राम आईडी पर दोस्ती का संदेश भेजा, जिसे उसने मना कर दिया। इसके बाद लड़की ने गाली गलौज करना शुरू कर दिया और मिलने पर सबक सिखाने की धमकी दी। छात्र ने लड़की का नंबर ब्लॉक कर दिया।

कुछ दिनों बाद शाम के समय एक ब्लैक बाइक पर दो-तीन लोग सवार होकर गली में आए और छात्र को रोक लिया। आरोपियों ने गाली गलौज की और जब छात्र ने विरोध किया तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। शोर सुनकर आसपास के लोग पूछताछ करने लगे तो आरोपी वहां से चले गए।

अगवा करने की वारदात

पीड़ित ने बताया कि उसके बेटे को नीलम बाटा रोड स्थित एक इंस्टिट्यूट पर बुलाया गया। वहां हर्ष भड़ाना नामक युवक पहले से मौजूद था। कुछ देर बाद वहां कुछ लड़कियां भी आईं और बेटे के साथ गाली गलौज करने लगीं। इसके बाद तीन बाइक पर छह-से सात लोग छात्र को जबरन बैठाकर प्याली मंडी ले गए। इस दौरान कैब में बैठी कुछ लड़कियों ने वीडियो बनाना जारी रखा।

आरोप है कि आरोपी इस घटना के माध्यम से छात्र और परिवार को डराना चाहते थे। किसी को घटना बताने या पुलिस में शिकायत करने पर हाथ-पैर तोड़ने और झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी दी गई।

केस दर्ज होने में ढाई महीने की देरी

पीड़ित परिवार का आरोप है कि घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। थाना प्रभारी ने ढाई महीने तक शिकायत के बावजूद केस दर्ज नहीं किया। मनोज कुमार ने बताया कि 12 सितंबर को डीसीपी एनआईटी से मिलने के बाद ही केस दर्ज हुआ। अब आरोपी हर्ष भड़ाना, लक्की, आसमा समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज है।

थाना प्रभारी श्रीभगवान ने कहा कि पहले पीड़ित पक्ष आपस में समझौता करने की बात करता रहा, लेकिन बात नहीं बनी तो उन्होंने शिकायत दी। उन्होंने यह भी बताया कि पीड़ित के बेटे का कोई एमएलआर भी नहीं कटा है और पुलिस जांच जारी है।

सुरक्षा और कानूनी कार्रवाई की जरूरत

यह घटना दर्शाती है कि सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को निशाना बनाना कितना आसान हो गया है। पुलिस की देरी ने पीड़ित परिवार के डर को और बढ़ा दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने के साथ ही पुलिस को भी तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए।

कानूनी तौर पर भी सोशल मीडिया के माध्यम से उत्पीड़न, धमकी और अगवा करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। यह मामला युवा पीढ़ी और उनके माता-पिता के लिए चेतावनी भी है कि डिजिटल दुनिया में सतर्क रहना आवश्यक है।

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