राजधानी दिल्ली में झुग्गीवासियों के समर्थन में आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा आयोजित जंतर-मंतर रैली अब सियासी घमासान का मुद्दा बन गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को इस मंच से बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह झुग्गीवासियों को उजाड़ रही है और उन्हें बांग्लादेशी या रोहिंग्या कहकर बदनाम किया जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस ने इस पूरे अभियान को घड़ियाली आंसुओं का नाटक बताते हुए केजरीवाल सरकार पर तीखा हमला बोला है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर आम आदमी पार्टी से सीधे 10 सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि झुग्गीवासियों के नाम पर केजरीवाल अब जो भावनात्मक राजनीति कर रहे हैं, वह उनके बीते कामों से बिल्कुल अलग है। कांग्रेस का आरोप है कि दिल्ली सरकार खुद झुग्गी हटाओ योजनाओं में शामिल रही है और आज उन्हीं लोगों के सामने खुद को मसीहा के रूप में पेश कर रही है।
कांग्रेस ने पूछे ये 10 तीखे सवाल
• क्या यह तथ्य नहीं है कि 8 मई 2021 को खुद केजरीवाल सरकार ने "झुग्गी हटाओ योजना" को अपनी स्वीकृति दी थी?
कांग्रेस का आरोप है कि केजरीवाल अब विरोध कर रहे हैं उसी योजना के, जिसे उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री स्वीकृति दी थी।
• जहां झुग्गी, वहां मकान योजना को क्यों बंद किया गया?
सितंबर 2021 में मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह योजना बंद करने की घोषणा की थी। अब पार्टी उसी वर्ग के लिए समर्थन दिखा रही है।
• झुग्गीवासियों के वोट लेकर 'शीशमहल' क्यों बनवाया?
कांग्रेस ने तंज कसते हुए पूछा कि झुग्गीवासियों के नाम पर वोट लेकर सीएम हाउस के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च क्यों किए गए?
• जब सुप्रीम कोर्ट में झुग्गीवासियों के हक की बात थी, तब AAP चुप क्यों रही?
कांग्रेस का दावा है कि उन्होंने कोर्ट में लड़ाई लड़ी, जबकि AAP पूरी तरह निष्क्रिय रही।
• दिल्ली विधानसभा में प्रस्ताव क्यों नहीं लाया गया?
कांग्रेस ने पूछा कि AAP विभिन्न मुद्दों पर विधानसभा में प्रस्ताव लाती है, फिर झुग्गीवासियों के अधिकारों के लिए कभी क्यों नहीं?
• झुग्गियों पर हो रही कार्रवाई के वक्त आप विधायक और मंत्री कहां थे?
कांग्रेस का कहना है कि जब झुग्गियां उजाड़ी जा रही थीं, तब AAP के जनप्रतिनिधि मौन क्यों थे?
• दिल्ली नगर निगम में क्या AAP की जिम्मेदारी नहीं बनती?
कांग्रेस ने संकेत दिया कि जिन इलाकों में झुग्गियों पर कार्रवाई हो रही है, वहां MCD की जिम्मेदारी संभाल रही आम आदमी पार्टी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
• क्या पुनर्वास नीति पर केजरीवाल सरकार ने कोई ठोस कदम उठाया?
कांग्रेस का आरोप है कि सिर्फ बयानबाजी की जा रही है, जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया गया।
• झुग्गीवासियों के लिए ठोस कानून लाने की पहल क्यों नहीं की गई?
कांग्रेस ने पूछा कि सरकार को अगर इतनी ही चिंता थी, तो फिर कोई कानून क्यों नहीं लाया गया?
• क्या यह प्रदर्शन सिर्फ आने वाले चुनाव को देखते हुए नहीं हो रहा?
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह पूरा अभियान चुनावी रणनीति का हिस्सा है, न कि ईमानदारी से झुग्गीवासियों की चिंता का।
गरीब समर्थक चेहरा सिर्फ दिखावा
देवेंद्र यादव ने कहा कि केजरीवाल अब खुद को गरीबों का रक्षक दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि उनकी सरकार का पूरा रिकॉर्ड इससे उलट है। कांग्रेस का कहना है कि गरीबों के नाम पर राजनीति करने वाले नेता अब जवाब देने से बच नहीं सकते। पार्टी ने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री वाकई झुग्गीवासियों के हक में खड़े हैं, तो उन्हें पहले अपनी पुरानी नीतियों और फैसलों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
दिल्ली की राजनीति में बढ़ा टकराव
हालांकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस केंद्र में 'INDIA' गठबंधन के घटक दल हैं, लेकिन दिल्ली में दोनों के बीच लगातार तकरार बढ़ती जा रही है। खासकर ऐसे समय में जब लोकसभा चुनाव के बाद राजधानी में सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं, कांग्रेस द्वारा पूछे गए ये सवाल आम आदमी पार्टी की स्थिति को असहज करने वाले माने जा रहे हैं।
कुल मिलाकर कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए जनता से अपील की है कि वह दिखावटी राजनीति के बजाय सच्चाई को पहचाने और असली हितैषी को समर्थन दे। अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी इन सवालों का जवाब देती है या फिर इस टकराव को और गहराती है।