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किडनी खराब होने पर शरीर में दर्द? जानें शुरुआती लक्षण और समय रहते करें बचाव

किडनी खराब होने पर शरीर में दर्द? जानें शुरुआती लक्षण और समय रहते करें बचाव

किडनी की समस्या केवल पीठ दर्द तक सीमित नहीं होती। पेट, पसलियों, पैरों और टखनों में दर्द और सूजन शुरुआती चेतावनी हैं। समय पर पहचान और इलाज से गंभीर रोगों से बचा जा सकता है।

Health: किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं। ये केवल रक्त को साफ करने का काम नहीं करतीं, बल्कि शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखना, ब्लड प्रेशर नियंत्रित करना और हानिकारक तत्वों को बाहर निकालना जैसी कई अहम भूमिकाएँ निभाती हैं। जब किडनी सही तरीके से काम नहीं करतीं, तो शरीर विभिन्न संकेत देता है, जिन्हें अनदेखा करना खतरनाक साबित हो सकता है। अक्सर लोग किडनी की समस्या को केवल पीठ के निचले हिस्से के दर्द तक सीमित मान लेते हैं, जबकि वास्तव में यह दर्द शरीर के कई अन्य हिस्सों में भी महसूस हो सकता है।

पीठ और कमर में दर्द: शुरुआती चेतावनी

किडनी खराब होने का सबसे आम लक्षण पीठ के निचले हिस्से में दर्द है। यह दर्द अक्सर तेज़ और लगातार महसूस होता है। उठने-बैठने या झुकने जैसे सामान्य कार्य करते समय यह और बढ़ सकता है। इसके अलावा, किडनी की पथरी या संक्रमण की वजह से यह दर्द कमर तक भी फैल सकता है। कई मामलों में लोग इसे सामान्य पीठ दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यदि यह लंबे समय तक बना रहे तो किडनी की गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।

पेट और पसलियों में दर्द: किडनी की अनदेखी समस्या

किडनी की समस्या केवल पीठ तक ही सीमित नहीं रहती। कई बार यह पेट और पसलियों में दर्द के रूप में भी सामने आती है। किडनी में संक्रमण या पथरी के कारण दबाव पड़ता है, जिससे पेट में दर्द महसूस हो सकता है। इसके अलावा, किडनी के पास की जगह से पसलियों तक दर्द फैल सकता है। यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है और सामान्य कामकाज में बाधा डालता है। शुरुआती लक्षणों में इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है, इसलिए पेट और पसलियों में लगातार दर्द होने पर डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।

पैरों, टखनों और पंजों में दर्द और सूजन

किडनी ठीक से काम न करने पर शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिससे पैरों, टखनों और पंजों में सूजन और दर्द महसूस होता है। यह संकेत अक्सर धीरे-धीरे दिखता है, लेकिन समय रहते इसे पहचानना महत्वपूर्ण है। सूजन के साथ थकान, कमजोरी और वजन बढ़ना भी किडनी की समस्या के लक्षण हो सकते हैं। खासकर उन लोगों के लिए यह चेतावनी है जिनकी उम्र बढ़ रही है या जिनके परिवार में किडनी रोग का इतिहास है।

किडनी खराब होने के अन्य लक्षण

  • पेशाब में बदलाव: बार-बार पेशाब आना, पेशाब में झाग या खून आना
  • थकान और कमजोरी: शरीर में टॉक्सिन जमा होने के कारण लगातार थकान महसूस होना
  • ब्लड प्रेशर का बढ़ना: किडनी ठीक से ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं कर पाती
  • त्वचा में खुजली और सूजन: शरीर में तरल पदार्थ जमा होने से त्वचा पर सूजन और खुजली

किडनी की समस्या को समय रहते पहचानना क्यों जरूरी है?

किडनी की बीमारी अक्सर धीरे-धीरे बढ़ती है और शुरुआती चरण में इसके लक्षण सामान्य दर्द या थकान जैसी चीज़ों से मेल खा सकते हैं। यदि इसे समय रहते पहचान लिया जाए और डॉक्टर की सलाह से टेस्ट करवाया जाए, तो किडनी की कार्यक्षमता को बचाया जा सकता है। देर होने पर किडनी फेलियर या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

सही कदम और सावधानियाँ

  • किसी भी लगातार दर्द या असहजता की स्थिति में डॉक्टर से परामर्श करें।
  • नियमित रूप से ब्लड और यूरिन टेस्ट कराएं, ताकि किडनी की कार्यक्षमता का पता चल सके।
  • पानी की पर्याप्त मात्रा पीएं, जिससे किडनी सही से काम कर सके।
  • उच्च नमक और जंक फूड से परहेज़ करें, जो किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं।
  • पथरी या संक्रमण के संकेत मिलने पर तुरंत इलाज शुरू करें।

किडनी खराब होने पर दर्द केवल पीठ तक सीमित नहीं रहता। यह शरीर के कई हिस्सों में फैल सकता है, जिससे दैनिक कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं। शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय रहते डॉक्टर से परामर्श लेना जीवन रक्षा के लिए बेहद आवश्यक है। सही समय पर टेस्ट और उपचार से किडनी की गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है और शरीर के अन्य अंगों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को भी रोका जा सकता है।

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