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क्लासरूम घोटाला: सवालों से घिरे सिसोदिया, AAP-BJP में सियासी घमासान तेज

क्लासरूम घोटाला: सवालों से घिरे सिसोदिया, AAP-BJP में सियासी घमासान तेज

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर कथित क्लासरूम घोटाले को लेकर जांच एजेंसियों की नजर बनी हुई है। इसी सिलसिले में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने उनसे गहन पूछताछ की, जिसमें कुल 37 सवाल पूछे गए। 

नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोपों की तपिश में झुलस रही है। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कथित क्लासरूम घोटाले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) के रडार पर हैं। शुक्रवार को ACB ने उनसे साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की, जिसमें 37 सवाल पूछे गए, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से सिसोदिया ने एक भी सवाल की जिम्मेदारी खुद नहीं ली। अब सियासी गलियारों में यह मामला "जवाबदेही बनाम राजनीतिक बदला" की बहस में तब्दील हो गया है।

ACB के सामने ‘अनभिज्ञ’ बने सिसोदिया

पूछताछ के दौरान ACB के सूत्रों के अनुसार, सिसोदिया ने ज्यादातर सवालों का जवाब यह कहकर टाल दिया कि फैसले कैबिनेट या संबंधित अधिकारियों द्वारा लिए गए थे। जबकि रिकॉर्ड में कई फाइलों पर उनके हस्ताक्षर मिले हैं। ACB प्रमुख मधुर वर्मा ने कहा, वह फाइनेंस कमेटी के चेयरमैन थे, तो ऐसे में यह स्वीकार करना कि उन्हें निर्णयों की जानकारी नहीं थी, गंभीर सवाल उठाता है। पूछे गए सवालों में सबसे प्रमुख थे

  • एक ही वर्ष में कक्षा निर्माण की लागत दोगुनी कैसे हो गई?
  • 2012 की CVC रिपोर्ट को 2025 तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया?
  • जिन ठेकेदारों को काम सौंपा गया, वे किन मानकों पर चयनित हुए?
  • सिसोदिया ने अधिकतर सवालों का या तो गोलमोल जवाब दिया या जिम्मेदारी टाल दी।

घोटाले का आरोप: 2000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता

ACB द्वारा दर्ज FIR में दावा किया गया है कि दिल्ली सरकार के तहत स्कूलों में बनाए गए 12,000 से अधिक अर्ध-स्थायी कक्षाओं के निर्माण में भारी वित्तीय अनियमितताएं हुईं। इस योजना के तहत प्रति कक्षा अनुमानित लागत ₹5 लाख थी, लेकिन यह बढ़कर ₹24.86 लाख प्रति कक्षा तक पहुंच गई। शिकायत 2018 में RTI से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर कपिल मिश्रा और हरीश खुराना ने दर्ज करवाई थी। यह भी आरोप है कि परियोजना में 34 ठेकेदारों को शामिल किया गया था, जिनमें से अधिकांश आम आदमी पार्टी से जुड़े थे।

पूछताछ के तुरंत बाद मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, जब भाजपा काम नहीं कर पाती, तो फर्जी एफआईआर का खेल खेलती है। 100 दिन हो गए हैं, दिल्ली में बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा में कोई सुधार नहीं हुआ। जनता का ध्यान भटकाने के लिए ये साजिश की जा रही है।

AAP की वरिष्ठ नेता आतिशी ने भी बीजेपी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, भाजपा ने पिछले 10 साल में हमारे नेताओं पर 200 से अधिक झूठे केस किए, लेकिन एक भी पैसे का भ्रष्टाचार साबित नहीं हुआ।

बीजेपी का पलटवार: तैयार हो जाइए, गिरफ्तारी तय है

भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि क्लासरूम घोटाला केवल भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि संगठित सरकारी लूट" है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी रिकॉर्ड में टॉयलेट और बरांडे को भी क्लासरूम बताकर भुगतान लिया गया। उन्होंने कहा, मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी अब लगभग तय है। AAP को अब प्रेस कॉन्फ्रेंस की जगह कोर्ट में जवाब देना होगा।

सचदेवा ने यह भी जोड़ा कि अब जबकि दिल्ली में केंद्र की ही सरकार है, जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग मिल रहा है और यही कारण है कि यह मामला अब निष्कर्ष की ओर बढ़ रहा है। ACB अब दोबारा सिसोदिया को तलब कर सकती है। एजेंसी यह भी विचार कर रही है कि सत्येंद्र जैन और अन्य अभियुक्तों के साथ एक संयुक्त पूछताछ की जाए। दूसरी ओर ED ने भी इस मामले से संबंधित 37 ठिकानों पर छापेमारी की है और कुछ डिजिटल दस्तावेजों को जब्त किया है।

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