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कोनेरु हम्पी का जलवा: फिडे महिला वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में पहुंचने वाली बनी पहली भारतीय महिला

कोनेरु हम्पी का जलवा: फिडे महिला वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में पहुंचने वाली बनी पहली भारतीय महिला

कोनेरू हंपी ने इतिहास रचते हुए एक नया कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। हंपी जॉर्जिया के बाटूमी में चल रहे फिडे महिला शतरंज वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत की ग्रैंडमास्टर कोनेरु हम्पी ने फिडे महिला शतरंज वर्ल्ड कप 2025 में नया इतिहास रच दिया है। वह इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। जॉर्जिया के बाटूमी में चल रहे इस टूर्नामेंट में हम्पी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल में चीन की इंटरनेशनल मास्टर सोंग यूजिन के खिलाफ मुकाबला ड्रॉ खेलकर अंतिम-4 में अपनी जगह पक्की की।

इस उपलब्धि के साथ कोनेरु हम्पी ने न सिर्फ भारतीय शतरंज में इतिहास रचा, बल्कि भारत को फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए मजबूत दावेदार भी बना दिया है। सेमीफाइनल में उनका मुकाबला अब चीन की शीर्ष खिलाड़ी ली टिंगजी से होगा।

कोनेरु हम्पी की रणनीतिक सफलता

क्वार्टर फाइनल के पहले गेम में जीत हासिल करने के बाद हम्पी को दूसरे गेम में सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी। हम्पी ने पूरी समझदारी के साथ अपने खेल को संभाला और जब यूजिन ने ड्रॉ का प्रस्ताव रखा तो उन्होंने उसे स्वीकार कर इतिहास रच दिया। इस तरह हम्पी ने 1.5-0.5 के स्कोर से क्वार्टर फाइनल जीता और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।

यह मैच हम्पी के अनुभव, संयम और रणनीतिक कौशल का उदाहरण रहा। चीन की युवा खिलाड़ी यूजिन के आक्रामक रुख के बावजूद हम्पी ने अपने खेल पर नियंत्रण बनाए रखा और खुद को अनावश्यक जोखिम से बचाते हुए सेमीफाइनल का टिकट कटाया।

भारत के लिए और भी बड़ी उम्मीदें जिंदा

जहां कोनेरु हम्पी ने इतिहास रचा, वहीं भारत की दो और महिला खिलाड़ी भी इस टूर्नामेंट में जोरदार प्रदर्शन कर रही थीं। दिव्या देशमुख और डी. हरिका द्रोणावल्ली के बीच खेले गए क्वार्टर फाइनल का मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। दोनों के बीच स्कोर 1-1 से बराबरी पर रहा और अब यह मुकाबला टाई-ब्रेकर में चला गया है।

दिव्या देशमुख ने सफेद मोहरों से खेलते हुए चुना स्लेव डिफेंस, लेकिन अनुभवी हरिका ने उन्हें जीत का कोई मौका नहीं दिया। यह मुकाबला 60 चालों तक चला। टाई-ब्रेकर में जो खिलाड़ी जीतेगा, वह भी भारत के लिए सेमीफाइनल में जगह पक्का करेगा।

आर वैशाली का सफर थमा

भारत की एक और प्रतिभावान खिलाड़ी आर वैशाली का सफर इस बार यहीं खत्म हो गया। उन्हें क्वार्टर फाइनल में चीन की तीसरी वरीय टान झोंगी के हाथों 0.5-1.5 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। वैशाली ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया लेकिन अंतिम-8 से आगे नहीं जा सकीं। चीन की शीर्ष खिलाड़ी ली टिंगजी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जॉर्जिया की अनुभवी खिलाड़ी नाना जागनिद्जे को 2-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। अब सेमीफाइनल में उनका सामना भारत की कोनेरु हम्पी से होगा।

टिंगजी इस टूर्नामेंट में अब तक अपराजित रही हैं, लेकिन हम्पी के पास अनुभव और रणनीति का भरपूर भंडार है, ऐसे में यह मुकाबला काफी दिलचस्प रहने वाला है।

फिडे महिला वर्ल्ड कप: भारत के लिए बड़ा मौका

इस बार फिडे महिला वर्ल्ड कप 2025 के टॉप-3 खिलाड़ी फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में सीधे प्रवेश पाएंगे। ऐसे में भारत की ओर से कोनेरु हम्पी पहले ही यह स्थान लगभग पक्का कर चुकी हैं। वहीं दिव्या और हरिका में से जो भी खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचेगा, भारत के लिए दूसरा स्थान भी सुनिश्चित करेगा। इससे भारत को अगले वर्ल्ड चैंपियनशिप साइकल में मजबूत प्रतिनिधित्व मिलेगा।

क्वार्टर फाइनल के नतीजे

  • कोनेरु हम्पी (भारत) ने सोंग यूजिन (चीन) को 1.5-0.5 से हराया।
  • ली टिंगजी (चीन) ने नाना जागनिद्जे (जॉर्जिया) को 2-0 से हराया।
  • आर वैशाली (भारत) को टान झोंगी (चीन) ने 1.5-0.5 से हराया।
  • डी हरिका और दिव्या देशमुख के बीच मुकाबला 1-1 से ड्रॉ, अब टाई-ब्रेकर।

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