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लीबिया में पलटी प्रवासी नौका: मिस्र के 15 लोगों की दर्दनाक मौत; जानें कैसे हुआ दर्दनाक हादसा

लीबिया में पलटी प्रवासी नौका: मिस्र के 15 लोगों की दर्दनाक मौत; जानें कैसे हुआ दर्दनाक हादसा

लीबिया के तट के पास एक भयावह हादसा सामने आया है, जहां शुक्रवार को प्रवासियों से भरी एक नौका पलट गई, जिससे कम से कम 15 मिस्र के नागरिकों की मौत हो गई।

त्रिपोली: यूरोप में बेहतर जीवन की तलाश में निकले प्रवासियों के लिए एक बार फिर समुद्र यात्रा घातक साबित हुई। लीबिया के पूर्वी तट पर स्थित तोब्रुक शहर के पास शुक्रवार रात एक प्रवासी नौका के पलट जाने से कम से कम 15 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मारे गए सभी लोग मिस्र के निवासी थे। यह नौका यूरोप की ओर रवाना हुई थी, लेकिन समुद्री हालात के बीच हादसे का शिकार हो गई।

हादसे की पुष्टि तटरक्षक बल ने की

तोब्रुक तटरक्षक बल के सामान्य प्रशासन के मीडिया प्रवक्ता मारवान अल-शाएरी ने इस दुखद घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह नौका शुक्रवार की रात लगभग 2 बजे तोब्रुक के पास समुद्र में पलट गई। नौका में कई प्रवासी सवार थे, जिनमें से अधिकांश मिस्र से थे। हादसे के बाद 15 शवों को बाहर निकाला गया, जबकि कई अन्य अभी भी लापता हैं।

प्रवक्ता अल-शाएरी के अनुसार, नाव पर सवार चालक दल के दो सूडानी सदस्य जीवित बचा लिए गए हैं, जबकि तीसरे की तलाश अब भी जारी है। उन्होंने एपी (एसोसिएटेड प्रेस) को दिए बयान में बताया कि समुद्री परिस्थितियां उस समय नौकायन के लिए उपयुक्त नहीं थीं, लेकिन नाव पलटने की सटीक वजह अभी तक सामने नहीं आई है।

10 लोगों को बचाया गया, कई अब भी लापता

स्थानीय मानवीय सहायता संगठन "अबरीन" ने शुक्रवार दोपहर फेसबुक पोस्ट के माध्यम से बताया कि इस हादसे में कम से कम 10 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि नाव पर कुल कितने लोग सवार थे और कितने लापता हैं। लीबिया के तटों से यूरोप की ओर जाने वाले प्रवासी अक्सर खतरनाक समुद्री यात्रा पर निकलते हैं, जिसमें हादसे आम बात हैं। 

पिछले महीने भी इसी क्षेत्र में एक और नौका हादसे का शिकार हुई थी, जिसमें 32 प्रवासियों को ले जा रही नाव का इंजन फेल हो गया था। उस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 22 प्रवासी लापता हो गए थे। 9 लोगों को बचा लिया गया था। उस नाव में मिस्र और सीरिया के नागरिक सवार थे।

प्रवासी संकट बना वैश्विक चिंता

मध्य भूमध्य सागर मार्ग को दुनिया का सबसे खतरनाक प्रवासी मार्ग माना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) के आंकड़ों के अनुसार, 2025 की शुरुआत से अब तक इस मार्ग पर 531 प्रवासियों की मौत हो चुकी है, जबकि 754 लोग लापता हैं।
साल 2024 के आंकड़े और भी भयावह थे। IOM के अनुसार, उस वर्ष लीबियाई तट पर 962 प्रवासियों की मौत हुई थी और 1,563 लापता हुए थे। वर्ष 2023 में लगभग 17,200 प्रवासियों को लीबिया तटरक्षक बल ने रोका था और उन्हें वापस भेज दिया गया था।

लीबिया लंबे समय से अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया से यूरोप जाने वाले प्रवासियों के लिए प्रमुख ट्रांजिट देश रहा है। लेकिन 2011 में मोअम्मर गद्दाफी के पतन के बाद से यह देश राजनीतिक अस्थिरता और कानून व्यवस्था की समस्याओं से जूझ रहा है, जिससे मानव तस्करी के नेटवर्क और अधिक सक्रिय हो गए हैं।
प्रवासी अक्सर तस्करों द्वारा उपलब्ध कराए गए अयोग्य और असुरक्षित नौकाओं में सवार होकर यूरोप की ओर निकलते हैं। उन्हें यूरोप में शरण, सुरक्षा और आर्थिक अवसरों की उम्मीद होती है, लेकिन उनकी यात्रा खतरनाक होती है।

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