लखनऊ में दलित बुजुर्ग के साथ मंदिर परिसर में दुर्व्यवहार पर कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोपी पर दबाव और मनमानी का आरोप लगाया और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में काकोरी स्थित शीतला माता मंदिर परिसर में दलित बुजुर्ग के साथ हुई शर्मनाक घटना के बाद कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। सांसद ने कहा कि यह घटना स्थानीय आरएसएस पदाधिकारी के दबाव में कराई गई, और आरोपी अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर रहा था।
तनुज पुनिया ने कहा, "नीच मानसिकता दिमाग में रखते हैं। इस तरह की घटनाएं किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। आरोपी पर कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।"
दलित बुजुर्ग के साथ मंदिर परिसर में हुआ दुर्व्यवहार
घटना सोमवार को हुई थी, जब बुजुर्ग की तबीयत खराब हो गई और उनके ऊपर अनजाने में पेशाब हो गया। तभी वहां मौजूद दबंग आरोपी स्वामी कांत ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और उन्हें अपमानित किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सांसद तनुज पुनिया ने कहा कि इस प्रकार के व्यवहार से समाज में भय और असुरक्षा की भावना फैलती है। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि आरोपी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
सांसद ने लगाया आरोप

तनुज पुनिया ने कहा कि आरोपी स्थानीय आरएसएस पदाधिकारी हैं और उनका खौफ पूरे इलाके में फैला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर मनमानी करता है, लोगों को डराता है और मंदिर सहित सार्वजनिक स्थलों पर जब चाहे कार्रवाई करता है।
सांसद ने कहा, "यह घटना सिर्फ एक परिवार के साथ नहीं, बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा और समानता के खिलाफ है। ऐसे लोगों की मानसिकता बेहद नीच है और इससे समाज को साफ संदेश देना आवश्यक है।"
पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तनुज पुनिया ने यह भी कहा कि सरकार इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी और न्याय सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को अस्पताल में भर्ती कराने की प्रक्रिया और प्राइवेट अस्पताल भेजने के कारणों की भी जांच होगी।
सांसद ने जोर देकर कहा कि कानून के तहत कड़ी कार्रवाई और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी भी दलित या कमजोर वर्ग के साथ ऐसा दुर्व्यवहार न हो।













