लखनऊ नगर निगम ने एक नई नीति लागू की है, जिसके अंतर्गत वे कुत्ते जिनकी नसबंदी हो चुकी है, उन्हें अब नगर निगम द्वारा नहीं पकड़ा जाएगा। इस निर्णय के पीछे Humane और सामुदायिक दृष्टिकोण को प्राथमिकता देना है।
इस व्यवस्था के अनुसार, यदि कुत्ता पहले ही नसबंद और वैक्सीनेट किया गया हो, तो उसे पकड़ने या ले जाने की कार्रवाई नहीं होगी। वहीं उन कुत्तों की निगरानी जारी रखी जाएगी जो अभी नसबंदी नहीं हो पाए हैं — उन्हें पकड़कर पहली ज़िम्मेदारी उनके टीकाकरण और नसबंदी की होगी।
इस तरह की नीति पशु कल्याण एवं मानव कल्याण, दोनों को संतुलित करने की पहल मानी जा रही है।
इस योजना के तहत यह व्यवस्था की जाएगी कि कुत्तों को पहले से तय स्थानों में छोड़ा जाए और उनके स्वास्थ्य एवं कृत्यों की निगरानी रखी जाए।
यह कदम आदर्श एवं मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
साथ ही, नगर निगम अन्य कुत्तों (जो नसबंदी नहीं हो पाई हैं) के लिए पकड़ने, टीकाकरण और नसबंदी अभियान जारी रखेगी।