Om Freight Forwarders के आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला और यह 3.88 गुना सब्सक्राइब हुआ। ₹135 के शेयर आज BSE पर ₹82.50 और NSE पर ₹81.50 पर लिस्ट होकर भारी डिस्काउंट में खुले। लिस्टिंग के बाद शेयर अपर सर्किट पर ₹86.60 तक उछले, लेकिन आईपीओ निवेशक अब भी करीब 36% नुकसान में हैं।
Om Freight Forwarders IPO Listing: लॉजिस्टिक्स कंपनी ओम फ्रेट फारवर्डर्स का आईपीओ 29 सितंबर से 3 अक्टूबर तक खुला और इसे निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला। आईपीओ 3.88 गुना सब्सक्राइब हुआ, जिसमें ₹135 फेस वैल्यू वाले नए शेयर जारी किए गए और ऑफर फॉर सेल के तहत 72.50 लाख शेयर बेचे गए। आज शेयर BSE पर ₹82.50 और NSE पर ₹81.50 पर लिस्ट होकर भारी डिस्काउंट में खुले, लेकिन लिस्टिंग के बाद अपर सर्किट पर ₹86.60 तक पहुंचे। आईपीओ से जुटाए गए पैसों में से ₹17.15 करोड़ कॉमर्शियल वाहनों की खरीद और बाकी आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
शुरुआती लिस्टिंग और शेयर की कीमत
Om Freight Forwarders के शेयरों को आईपीओ में ₹135 के भाव पर जारी किया गया था। लेकिन आज BSE पर इसका शेयर ₹82.50 और NSE पर ₹81.50 पर लिस्ट हुआ। इसका मतलब है कि आईपीओ निवेशकों की पूंजी लगभग 39 प्रतिशत घट गई। हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयर में तेजी देखी गई और यह BSE पर ₹86.60 तक पहुंच गया, जो अपर सर्किट पर था। फिर भी आईपीओ निवेशक अब भी लगभग 35.85 प्रतिशत घाटे में हैं।
आईपीओ से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल
Om Freight Forwarders का आईपीओ ₹122.31 करोड़ का था और यह सब्सक्रिप्शन 29 सितंबर से 3 अक्टूबर तक खुला था। इसमें कर्मचारियों का आरक्षित हिस्सा आधे से थोड़ा अधिक भरा गया जबकि अन्य सभी कैटेगरी के हिस्से भर गए। ओवरऑल यह इश्यू 3.88 गुना सब्सक्राइब हुआ।
इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्सा 3.97 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 7.39 गुना, खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.77 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 0.57 गुना भरा गया। आईपीओ के तहत कुल ₹24.44 करोड़ के नए शेयर जारी किए गए।
इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 72.50 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बिके। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹17.15 करोड़ का इस्तेमाल कंपनी कॉमर्शियल गाड़ियां और हैवी इक्विपमेंट खरीदने में करेगी। बाकी राशि आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च की जाएगी।
कंपनी का कारोबार और विस्तार
Om Freight Forwarders की स्थापना जून 1995 में हुई थी। यह तीसरी पीढ़ी की लॉजिस्टिक्स कंपनी है और इसका कारोबार दुनिया के कई देशों में फैला हुआ है। कंपनी के पास 135 कॉमर्शियल गाड़ियां हैं और क्रेन्स, फोर्कलिफ्ट्स, ट्रेलर्स, पेलोडर्स, टिपर्स और वेसेल्स जैसे भारी उपकरण भी हैं। इसके अलावा कंपनी के 22 लॉजिस्टिक पार्टनर्स हैं जो संचालन में मदद करते हैं।
वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी की वित्तीय सेहत में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2023 में Om Freight Forwarders का शुद्ध मुनाफा ₹27.16 करोड़ था। अगले वित्त वर्ष 2024 में यह घटकर ₹10.35 करोड़ पर आ गया। लेकिन वित्त वर्ष 2025 में मुनाफा तेजी से बढ़कर ₹21.99 करोड़ पर पहुंच गया।
कंपनी की कुल आय भी उतार-चढ़ाव से गुज़री। वित्त वर्ष 2023 में आय ₹493.35 करोड़ थी, वित्त वर्ष 2024 में यह घटकर ₹421.32 करोड़ हो गई और वित्त वर्ष 2025 में यह बढ़कर ₹494.05 करोड़ हो गई।
कर्ज और रिजर्व की स्थिति
Om Freight Forwarders पर कर्ज में भी बदलाव देखने को मिला। वित्त वर्ष 2023 के अंत में कर्ज ₹7.53 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹24.47 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹26.95 करोड़ हो गया। इस दौरान कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2023 के अंत में यह ₹139.24 करोड़ था, वित्त वर्ष 2024 में ₹151.58 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹173.47 करोड़ तक पहुंच गया।