सुप्रिया सुले ने फडणवीस सरकार पर मराठी से ऊपर हिंदी थोपने का आरोप लगाया। राज ठाकरे और निशिकांत दुबे के बीच तीखी बयानबाज़ी ने विवाद को और बढ़ा दिया।
Maharashtra Language Row: महाराष्ट्र में भाषा नीति को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। NCP (SCP) की सांसद सुप्रिया सुले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हिंदी को मराठी से ऊपर रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ऐसा राज्य के इतिहास में पहली बार हो रहा है और सीएम किसी दबाव में ऐसा कर रहे हैं। इस विवाद को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बयान और राज ठाकरे की प्रतिक्रिया ने और हवा दे दी है।
सुप्रिया सुले ने फडणवीस सरकार को लिया निशाने पर
महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों भाषा को लेकर तकरार चरम पर है। शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए सुप्रिया सुले ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हिंदी को मराठी से ऊपर रखने की कोशिश कर रहे हैं।
सुले ने कहा कि यह महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ है कि एक मुख्यमंत्री मराठी भाषा को पीछे कर हिंदी को प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर सीएम फडणवीस किसके दबाव में आकर ऐसा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं देवेंद्र जी को लेकर चिंतित हूं। क्या वजह है कि वे मराठी भाषा के स्थान को कम करके हिंदी को ऊपर रख रहे हैं। यह फैसला महाराष्ट्र की आत्मा के खिलाफ है।"
क्या है पूरा विवाद
विवाद की शुरुआत तब हुई जब महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में नई भाषायी नीति लागू करने की घोषणा की। इस नीति के तहत राज्य के स्कूलों में मराठी और अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी को भी अनिवार्य भाषा के रूप में शामिल करने का फैसला लिया गया। इस को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए। उनका आरोप था कि यह फैसला केंद्र के दबाव में लिया गया है और इससे मराठी भाषा की गरिमा को ठेस पहुंचती है।
फडणवीस सरकार पर बढ़ा राजनीतिक दबाव
सुप्रिया सुले के बयान के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला तेज कर दिया है। राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, और अन्य क्षेत्रीय नेताओं ने भी यह मुद्दा उठाया है। NCP (SCP) का कहना है कि केंद्र सरकार की भाषा नीति का असर अब राज्यों पर भी दिखने लगा है और महाराष्ट्र जैसे राज्य में मराठी को पीछे करना भावनात्मक और सांस्कृतिक तौर पर अस्वीकार्य है।
राज ठाकरे बनाम निशिकांत दुबे
इस विवाद के बीच एक और बड़ा बवाल खड़ा हो गया जब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मराठी समाज को लेकर विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि "मराठी लोगों को हम पटक-पटक कर मारेंगे।" इस बयान ने मराठी भाषियों में गुस्सा भड़का दिया। राज ठाकरे ने पलटवार करते हुए कहा, "तुम मुंबई आओ। यहां के समंदर में डुबा-डुबा कर मारेंगे।"