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मैनचेस्टर टेस्ट में यशस्वी जायसवाल का जलवा, 51 साल बाद दोहराया सुनील गावस्कर का कारनामा

मैनचेस्टर टेस्ट में यशस्वी जायसवाल का जलवा, 51 साल बाद दोहराया सुनील गावस्कर का कारनामा

भारतीय क्रिकेट टीम के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर ऐतिहासिक पारी खेलते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चौथे टेस्ट मैच के दौरान जायसवाल ने जबरदस्त फॉर्म दिखाते हुए अर्धशतक जड़ा और इसी के साथ 51 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। 

IND vs ENG 4th Test: भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे यशस्वी जायसवाल ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 51 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ डाला है। इंग्लैंड के खिलाफ चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में यशस्वी ने अर्धशतक जड़कर खुद को महान खिलाड़ियों की सूची में शामिल कर लिया है। वह इस मैदान पर फिफ्टी लगाने वाले सुनील गावस्कर के बाद पहले भारतीय ओपनर बन गए हैं।

गावस्कर के बाद मैनचेस्टर में फिफ्टी लगाने वाले पहले भारतीय ओपनर

साल 1974 में जब सुनील गावस्कर ने मैनचेस्टर टेस्ट में 101 और 58 रनों की दो शानदार पारियां खेली थीं, तब से अब तक किसी भी भारतीय ओपनर ने यहां पचास का आंकड़ा पार नहीं किया था। अब 2025 में यशस्वी जायसवाल ने इस सूखे को खत्म करते हुए 12वां टेस्ट अर्धशतक जड़ा और इस ऐतिहासिक उपलब्धि को अपने नाम किया।

उन्होंने पहले विकेट के लिए केएल राहुल के साथ 94 रनों की ठोस साझेदारी कर टीम को मजबूत शुरुआत दी। जायसवाल ने संयम और आक्रामकता के मिश्रण से खेलते हुए एक ऐसी पारी खेली, जिसे आने वाले वर्षों तक याद किया जाएगा।

मैनचेस्टर में भारतीय बल्लेबाजों का इतिहास

मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान भारत के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। भारत ने इस मैदान पर अब तक 10 टेस्ट मुकाबले खेले हैं, जिनमें से अधिकतर में हार का सामना करना पड़ा है। खासकर पिछले कुछ दशकों में यह मैदान भारतीय टीम के लिए मनहूस साबित हुआ है। 1990 में इस मैदान पर सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर का पहला टेस्ट शतक (119*) जमाया था।

उसी मैच में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी 179 रनों की लाजवाब पारी खेली थी। हालांकि, वह मुकाबला ड्रॉ रहा था। इसके बाद भारत ने 2014 में जब मैनचेस्टर में आखिरी बार टेस्ट खेला था, तब उसे पारी से करारी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में यशस्वी की यह पारी न केवल व्यक्तिगत तौर पर यादगार रही, बल्कि टीम के लिए भी आत्मविश्वास बढ़ाने वाली साबित हुई।

यशस्वी जायसवाल की शानदार फॉर्म, 51 साल बाद दोहराया गया इतिहास

यशस्वी जायसवाल ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी उपयोगिता बार-बार साबित की है। बीते दो सालों में वह भारत के सबसे भरोसेमंद ओपनरों में से एक बनकर उभरे हैं। उनके अर्धशतक की खास बात यह रही कि वह कठिन परिस्थितियों में आया और विपक्ष के प्रमुख गेंदबाजों का डटकर सामना किया। इंग्लैंड की धरती पर गेंदबाजों को अतिरिक्त उछाल और स्विंग मिलती है, लेकिन यशस्वी ने अपनी तकनीक और धैर्य से इन चुनौतियों को मात दी।

यशस्वी जायसवाल की यह पारी खास इसलिए भी है क्योंकि उन्होंने 51 साल बाद उसी मैदान पर वही उपलब्धि दोहराई, जिसे कभी महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने हासिल किया था। गावस्कर ने 1974 में मैनचेस्टर टेस्ट में 101 और 58 रनों की दो पारियां खेली थीं। उनकी इस पारी के दम पर भारत ने पहली पारी में 246 रन बनाए थे, हालांकि टीम को अंत में 113 रनों से हार झेलनी पड़ी थी।

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