गूगल ने I/O कनेक्ट इवेंट में भारत में Gemini 2.5 Flash ऑन-शोर प्रोसेसिंग, लोकेशन-आधारित AI टूल्स और नई Maps UI किट कीमतों की घोषणा की है।
Google: भारत की डिजिटल और AI क्रांति को और तेज़ गति देते हुए गूगल ने बेंगलुरु में आयोजित I/O कनेक्ट इवेंट में कई बड़ी घोषणाएं की हैं। इस बार का फोकस खास तौर पर भारतीय डेवलपर्स और कंपनियों की ज़रूरतों पर रहा। सबसे बड़ी घोषणा रही — Gemini 2.5 Flash मॉडल का ऑन-शोर प्रोसेसिंग भारत में शुरू होना। इसके साथ ही गूगल ने अपने मैप्स प्लेटफॉर्म और Vertex AI सेवाओं में भी खास भारत केंद्रित बदलावों का ऐलान किया।
Gemini 2.5 Flash की ऑन-शोर प्रोसेसिंग अब भारत में संभव
गूगल ने पुष्टि की कि उसका शक्तिशाली जनरेटिव AI मॉडल Gemini 2.5 Flash अब भारत स्थित डेटा केंद्रों में ऑन-शोर प्रोसेसिंग को सपोर्ट करेगा। इसका मतलब यह है कि अब संवेदनशील और रीयल-टाइम डेटा को भारत की सीमाओं के भीतर प्रोसेस किया जा सकेगा, जिससे सुरक्षा और गोपनीयता से जुड़े भारतीय कानूनों का पालन करना और आसान हो जाएगा। यह सुविधा विशेष रूप से हेल्थकेयर, वित्तीय सेवाओं और सरकारी क्षेत्रों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है। भारत में डेटा सुरक्षा पर लगातार बढ़ती बहस और नियमों के बीच यह घोषणा बेहद अहम मानी जा रही है।
Vertex AI और Google Maps का गहरा होता एकीकरण
गूगल का Vertex AI अब और अधिक लोकेशन-जागरूक हो गया है। इस अपग्रेड के साथ, डेवलपर्स अब 250 मिलियन से अधिक ग्लोबल स्थानों की जानकारी और डेटा तक पहुंच सकेंगे — वह भी और अधिक सटीकता और स्थानीयता के साथ। इससे लॉजिस्टिक्स, ट्रैवल, डिलीवरी सर्विसेज़ और अन्य स्थान आधारित व्यवसायों को सीधा लाभ मिलेगा। इस नए एकीकरण से भारतीय स्टार्टअप्स और कंपनियों को रियल वर्ल्ड लोकेशन को AI मॉडल्स के साथ जोड़ने की सुविधा मिलेगी, जिससे वे ज्यादा कस्टमाइज्ड और प्रभावी सॉल्यूशंस बना सकेंगे।
Places API में AI-संचालित सारांश
गूगल ने भारत में Places API में एक नया फीचर जोड़ा है — AI-संचालित सारांश। यह फीचर Gemini मॉडल के माध्यम से विभिन्न स्थानों की संक्षिप्त लेकिन उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता है। अब ऐप डेवेलपर्स अपने यूज़र्स को किसी स्थान का सारांश इस तरह दिखा सकेंगे जैसे कोई अनुभवी गाइड उन्हें बता रहा हो। यह सुविधा खासतौर पर ट्रैवल ऐप्स, फूड डिलीवरी और लोकल गाइड प्लेटफॉर्म्स के लिए उपयोगी सिद्ध होगी, जहां तेज़ और सटीक जानकारी यूज़र अनुभव को बेहतर बनाती है।
Google Maps Places UI Kit के लिए भारत-विशिष्ट कीमतें
गूगल ने भारत में Google Maps Places UI किट की कीमतों में बदलाव करते हुए इसे भारत-विशिष्ट बना दिया है। इसका मकसद यह है कि भारतीय स्टार्टअप्स और डेवलपर्स के लिए इस सेवा का उपयोग और भी किफायती और टिकाऊ बन सके। कम लागत पर Maps के विजुअल एलिमेंट्स और लोकेशन बेस्ड इंटरफेस को उपयोग में लाना अब संभव हो गया है। इससे ऐप डेवलपमेंट का खर्च घटेगा और उपयोगकर्ताओं को बेहतरीन यूआई अनुभव मिलेगा।
गूगल का AI मौसम पूर्वानुमान मॉडल भी भारत में लॉन्च
गूगल ने यह भी घोषणा की कि उसका AI-सक्षम मौसम पूर्वानुमान मॉडल अब भारत में Google Maps Weather API को सपोर्ट करेगा। यह API हाइपरलोकल और सटीक मौसम जानकारी प्रदान करने में सक्षम होगी। ई-कॉमर्स, मोबिलिटी, लॉजिस्टिक्स और कृषि जैसे क्षेत्रों में कार्यरत डेवलपर्स के लिए यह बड़ी राहत है। अब कंपनियाँ अपने यूज़र्स को मौसम के अनुरूप रीयल टाइम अपडेट्स दे सकेंगी, जिससे निर्णय लेने में आसानी होगी और ऑपरेशनल एफिशिएंसी में इज़ाफा होगा।
भारत के लिए क्यों है यह तकनीकी बदलाव अहम?
- डेटा लोकलाइजेशन को बढ़ावा: ऑन-शोर प्रोसेसिंग से डेटा भारत में ही रह पाएगा, जिससे कंपनियाँ कानूनी रूप से अधिक सुरक्षित रहेंगी।
- स्टार्टअप्स के लिए फायदेमंद: नए मूल्य निर्धारण और एपीआई फीचर्स से छोटे और मझोले स्तर के उद्यमियों को ज्यादा ताकत मिलेगी।
- लोकेशन इंटेलिजेंस का विस्तार: AI और Google Maps का समन्वय एक नया बिज़नेस इकोसिस्टम बना सकता है जिसमें डिलीवरी से लेकर ट्रैवल तक, सभी प्रभावित होंगे।