मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि राजा की हत्या में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी की मुख्य भूमिका थी। उसने ही यह पूरी साजिश रची और भाड़े के हत्यारों को बुलाकर अपने पति की हत्या करवाई।
इंदौर: हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में जो सच्चाई सामने आई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही अपने पति की हत्या की साजिश रची थी। उसने मध्य प्रदेश से किराए के हत्यारों को मेघालय बुलाया और राजा को एक सुनसान जगह पर ले जाकर 150 फीट गहरी खाई में धक्का दिलवाया। इस खौफनाक हत्याकांड में सोनम समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
हनीमून के नाम पर मौत का जाल
राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी 20 मई को इंदौर से मेघालय के लिए रवाना हुए थे। शुरुआत में यह यात्रा एक सामान्य हनीमून ट्रिप की तरह लग रही थी, लेकिन किसी को नहीं पता था कि इसके पीछे एक भयावह साजिश छुपी है। 23 मई को यह जोड़ा अचानक लापता हो गया। स्थानीय गाइड्स और पुलिस को पहले तो लगा कि वे ट्रैकिंग के दौरान रास्ता भटक गए होंगे। लेकिन जब 2 जून को राजा का सड़ी-गली हालत में शव 150 फीट गहरी खाई से मिला, तो यह मामला रहस्य और हत्या में बदल गया।
कैसे हुआ खुलासा?
- मेघालय पुलिस के डीजीपी आई. नोंग्रांग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जांच में मिले सुरागों से यह साबित हुआ कि सोनम की भूमिका संदिग्ध थी।
- सोनम घटना के बाद अचानक गायब हो गई थी।
- राजा का मोबाइल, वॉलेट, चेन और अंगूठी मौके से नहीं मिले, जबकि सिर्फ स्मार्टवॉच उसकी कलाई में बंधी मिली।
- स्कूटर, जो दंपती ने किराए पर लिया था, उनकी आखिरी देखी गई लोकेशन से 25 किमी दूर पाया गया।
- इन सभी तथ्यों ने शक को और गहरा किया। फिर गवाह बने एक स्थानीय गाइड ने बताया कि 23 मई को सोनम तीन अनजान युवकों के साथ देखी गई थी, जो राजा के साथ थे।
सोनम का आत्मसमर्पण और गिरफ्तारी
मामला जब तूल पकड़ने लगा, तो सोनम रघुवंशी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण कर दिया। वह काशी ढाबा के पास पाई गई, जहां से पुलिस उसे सदर अस्पताल ले गई और फिर वन स्टॉप सेंटर में रखा गया। बाद में मेघालय पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, यूपी, अमिताभ यश के अनुसार, सोनम का मानसिक और शारीरिक परीक्षण किया गया और उसकी कस्टडी को लेकर प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई गई।
गिरफ्तारियां और अभियानों का विस्तार
मेघालय पुलिस की गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने तेजी से कार्रवाई करते हुए:
- एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा।
- दो अन्य को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया।
- सोनम को गिरफ्तार कर चार कुल आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
- एक और हत्यारा अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
- डीजीपी नोंग्रांग के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि सोनम ने ही उन्हें राजा की हत्या के लिए पैसे देकर मेघालय बुलाया था।
शव की पहचान और गाइड की गवाही बनी अहम
राजा के शव की पहचान उसके शरीर पर बने टैटू से की गई, क्योंकि चेहरा पहचानने लायक नहीं बचा था। स्थानीय गाइड अल्बर्ट पैड ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 23 मई की सुबह राजा, सोनम और तीन अन्य पुरुषों को नोंग्रियात इलाके में ट्रेकिंग करते देखा था। उन्होंने बताया कि चारों पुरुष आगे-आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे चल रही थी। सभी हिंदी में बात कर रहे थे, जिससे साफ हुआ कि ये स्थानीय नहीं बल्कि मध्य प्रदेश से आए लोग थे।
प्रेम या धोखा: क्या थी सोनम की मंशा?
- फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि सोनम ने पति की हत्या क्यों करवाई? प्राथमिक जांच में जो तथ्य उभरकर आए हैं, उससे ऐसा लगता है कि:
- पति-पत्नी के संबंधों में पहले से तनाव था।
- हत्या के पीछे कोई पुराना प्रेम संबंध या आर्थिक कारण हो सकता है।
- सोनम ने सोच-समझकर मेघालय जैसे दूर-दराज क्षेत्र को चुना, ताकि वारदात को दुर्घटना का रूप दिया जा सके।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, मेघालय पुलिस ने सात दिनों के भीतर इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड में बेहद शानदार काम किया है। हमने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और एक अन्य की तलाश जारी है। हम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।