Meta AI ऐप में यूज़र्स की निजी चैट और तस्वीरें अनजाने में सार्वजनिक हो रही हैं, जिससे डेटा प्राइवेसी को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो गई है। यूज़र्स जागरूक नहीं कि उनकी जानकारी डिस्कवरी फीड में दिख रही है।
डिजिटल युग में जहां एआई चैटबॉट्स हमारी रोज़मर्रा की ज़रूरतों को आसान बना रहे हैं, वहीं एक बड़ी चूक यूज़र्स की निजी ज़िंदगी को अनजाने में सार्वजनिक कर सकती है। Meta AI ऐप के डिस्कवरी फीड को लेकर हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स ने इंटरनेट यूज़र्स की प्राइवेसी को लेकर गहरी चिंता खड़ी कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ऐप में यूज़र्स की निजी बातचीत, व्यक्तिगत स्वास्थ्य प्रश्न, कानूनी सलाह और यहां तक कि सेल्फी जैसी संवेदनशील चीजें सार्वजनिक तौर पर फीड में दिखाई दे रही हैं—वो भी कई बार यूज़र्स की बिना जानकारी के।
क्या है Meta AI का Discovery Feed विवाद?
Meta ने हाल ही में अपने AI ऐप को एक सोशल प्लेटफॉर्म के रूप में पेश किया था, जहां यूज़र्स अपनी चैटबॉट बातचीत को दूसरों के साथ भी साझा कर सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर एक Discovery Feed शामिल है जो सार्वजनिक रूप से साझा की गई चैट और एआई क्वेरीज को दिखाता है। लेकिन हालिया रिपोर्ट्स का दावा है कि इस फीड में यूज़र्स की बेहद निजी जानकारी भी दिखाई दे रही है—जिनमें कुछ ऐसी चीजें शामिल हैं जिन्हें यूज़र शायद सार्वजनिक करना ही नहीं चाहते थे।
किन पोस्ट्स ने बढ़ाई चिंता?
प्रसिद्ध टेक वेबसाइट TechCrunch और Wired की रिपोर्ट्स के अनुसार, डिस्कवरी फीड में कुछ बेहद चौंकाने वाली पोस्ट्स देखी गईं:
- 'अगर मेरी आंतरिक जांघ पर लाल दाने हैं तो क्या करूं?'
- 'कर चोरी में मदद चाहिए।'
- 'कानूनी परेशानी झेल रहे एक कर्मचारी के लिए कैरेक्टर रेफरेंस कैसे लिखें?'
- 'क्या युवा महिलाओं को वृद्ध पुरुष पसंद आते हैं?'
इसके अलावा कुछ सेल्फी भी पोस्ट की गई हैं, जिनमें चैटबॉट से मामूली बदलाव के लिए कहा गया था। इनमें नाबालिगों की एडिट की गई तस्वीरें भी शामिल थीं, जिससे यूज़र्स की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठते हैं।
कैसे हो रही है यह गलती?
Meta AI ऐप में किसी चैट को सार्वजनिक रूप से साझा करने की प्रक्रिया तकनीकी रूप से दो चरणों वाली है। यानी, जब कोई यूज़र चैट करता है तो चैट के शीर्ष पर एक 'Share' बटन आता है। इस पर क्लिक करने के बाद एक Preview स्क्रीन खुलती है, जिसमें पोस्ट का शीर्षक और कंटेंट एडिट करने का विकल्प होता है। यहां एक बड़ा 'Post' बटन होता है, जिसे क्लिक करने से वह कंटेंट डिस्कवरी फीड में सार्वजनिक हो जाता है।
समस्या यह है कि अधिकांश यूज़र्स को यह स्पष्ट नहीं होता कि 'पोस्ट' बटन पर क्लिक करने से उनकी चैट पूरी दुनिया के सामने आ जाएगी। खासकर ऐसे यूज़र्स जो तकनीक में नए हैं, उनके लिए यह बटन भ्रमित करने वाला हो सकता है।
क्या Meta AI ने दी थी चेतावनी?
Meta ने ऐप लॉन्च के वक्त यह जरूर कहा था कि “जब तक आप पोस्ट नहीं करेंगे, तब तक आपकी कोई भी चैट सार्वजनिक नहीं होगी।” लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि दो-स्टेप प्रोसेस यूज़र्स को पर्याप्त रूप से आगाह नहीं करता। कई यूज़र्स अनजाने में अपनी बेहद निजी जानकारी शेयर कर रहे हैं और उन्हें तब पता चलता है जब वह डिस्कवरी फीड में दिखने लगती है।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
Electronic Privacy Information Center (EPIC) की वरिष्ठ वकील Kelli Schroeder ने चिंता जताई कि उन्होंने फीड में कई पोस्ट देखे, जिनमें लोगों ने अपना घरेलू पता, मानसिक स्वास्थ्य स्थिति और यहां तक कि कोर्ट केस की जानकारी शेयर कर दी थी।
उनका कहना है, 'ऐसी संवेदनशील जानकारी का सार्वजनिक रूप से लीक होना प्राइवेसी के लिए एक बड़ा खतरा है, और इससे डिजिटल ट्रस्ट को गहरा नुकसान हो सकता है।'
सोशल मीडिया पर मचा हड़कंप
वायर्ड की रिपोर्ट के बाद ट्विटर (अब X) पर कई यूज़र्स ने Meta AI डिस्कवरी फीड के स्क्रीनशॉट शेयर किए, जिनमें साफ दिख रहा था कि कैसे व्यक्तिगत चैट्स सार्वजनिक रूप से दिख रही हैं। कुछ यूज़र्स ने शिकायत की कि उन्हें पता ही नहीं चला कि उन्होंने कोई पोस्ट सार्वजनिक कर दी है।
Meta की ओर से अब तक कोई सफाई नहीं
इस पूरे मामले को लेकर Meta की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, प्राइवेसी के जानकारों का मानना है कि कंपनी को तुरंत यूज़र इंटरफेस में सुधार कर यह स्पष्ट करना चाहिए कि 'पोस्ट' करने का मतलब पूरी बातचीत को सार्वजनिक करना है।