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ममता बनर्जी का बड़ा एक्शन: टीएमसी ने लोकसभा में बदले पदाधिकारी, काकोली घोष बनीं चीफ व्हिप

ममता बनर्जी का बड़ा एक्शन: टीएमसी ने लोकसभा में बदले पदाधिकारी, काकोली घोष बनीं चीफ व्हिप

टीएमसी ने कल्याण बनर्जी के इस्तीफे के बाद सांसद काकोली घोष को लोकसभा में नया चीफ व्हिप और शताब्दी रॉय को उपनेता बनाया है। अभिषेक बनर्जी को सदन में नेता नियुक्त किया गया।

Politics: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने एक बड़ा संगठनात्मक बदलाव करते हुए लोकसभा में अपने मुख्य पदाधिकारियों की जिम्मेदारियां पुनः निर्धारित की हैं। बारासात से सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार को टीएमसी का नया मुख्य सचेतक (Chief Whip) नियुक्त किया गया है। वहीं अभिनेता से नेता बनीं शताब्दी रॉय को उपनेता (Deputy Leader) की भूमिका सौंपी गई है। यह बदलाव सांसद कल्याण बनर्जी के इस्तीफे के बाद किया गया है।

महुआ मोइत्रा विवाद बना बदलाव की वजह

कल्याण बनर्जी, जो लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक थे, ने महुआ मोइत्रा से विवाद के बाद यह पद छोड़ा। कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा के साथ संसद सत्र के दौरान तीखी नोंकझोंक हुई थी। इसके बाद पार्टी के अंदर कल्याण बनर्जी की भूमिका को लेकर सवाल उठे और अंततः उन्होंने इस्तीफा दे दिया।

पार्टी ने सोशल मीडिया पर की आधिकारिक घोषणा

टीएमसी ने इस बदलाव की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से साझा की। पोस्ट में कहा गया: “कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने यह इस्तीफा अध्यक्ष को सौंप दिया है जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अध्यक्ष ने उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है।”

काकोली घोष को मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी

पार्टी ने वरिष्ठ सांसदों से विचार-विमर्श के बाद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार को लोकसभा में नया मुख्य सचेतक नियुक्त किया है। काकोली घोष अनुभवी सांसद हैं और संसद में पार्टी की सक्रिय और मुखर आवाज रही हैं।

शताब्दी रॉय को उपनेता बनाया गया

इसके साथ ही बीरभूम से सांसद शताब्दी रॉय को लोकसभा में टीएमसी का उपनेता नियुक्त किया गया है। वे लंबे समय से संसद में पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और संगठन की मुख्य धारा में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में नेता नियुक्त किया गया

टीएमसी ने इससे पहले सोमवार को अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में पार्टी का नेता घोषित किया था। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी अब सदन में पार्टी का नेतृत्व करेंगे। इस फैसले के साथ पार्टी ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह युवा नेतृत्व को आगे लाने की दिशा में गंभीर है।

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